आई एन वी सी न्यूज़
भोपाल,
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने डेंगू एवं स्वाइन फ्लू नियंत्रण के युद्ध स्तर पर प्रयास के लिए कहा है। साथ ही बचाव के उपायों के प्रति जनजागृति फैलाने के भी निर्देश दिये है। उन्होंने चिकित्सा शिक्षा, स्वास्थ्य और नगरीय प्रशासन के प्रमुख सचिव को प्रतिदिन प्रात: 10 बजे प्रदेश में डेंगू, स्वाइन फ्लू की स्थिति की समीक्षा कर उन्हें सूचित करने के निर्देश दिए हैं। श्री चौहान आज यहाँ मंत्रालय में डेंगू और स्वाइन फ्लू की प्रदेश में स्थिति की समीक्षा कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्वाइन फ्लू और डेंगू के उपचार और रोकथाम के प्रयासों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सभी आवश्यक औषधियों/उपकरणों की अग्रिम उपलब्धता सुनिश्चित की जायें। उन्होंने कहा कि बीमारी से एक भी मृत्यु चिंता का विषय है। रोगों की रोकथाम और उपचार के ठोस प्रबंध हो। आमजन में रोकथाम और उपचार के उपायों के संबंध में व्यापक स्तर पर जनजागृति के प्रयास हो। इसमें जनसंचार के विभिन्न माध्यमों का उपयोग किया जाये। सभी स्तरों पर प्रशासन और नगरीय निकाय संयुक्त रूप से रोकथाम के कार्य करें।
बैठक में बताया गया कि प्रदेश में स्वाइन फ्लू के उपचार की आवश्यक औषधियाँ, उपकरण पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। हर जिले में टेमीफ्लू औषधि विक्रय के लिए मेडिकल स्टोर चिन्हित कर दिए गए हैं। जिला चिकित्सालयों, सिविल अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में ओ.पी.डी. की 24 घंटे की व्यवस्था की गई है। आवश्यक औषधियाँ ब्लाक स्तर पर उपलब्ध करवाई गई है। मेडिकल कॉलेज स्तर पर न्यूनतम 10 पलंग, जिला चिकित्सालय में 2 से 5 बिस्तर के आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्था की गई है। निजी क्षेत्र में 59 अस्पताल को स्वाईन फ्लू के उपचार के लिये चिन्हित किया गया है।
डेंगू की जाँच की 26 स्वास्थ्य संस्था में व्यवस्था की गई है। ग्वालियर, जबलपुर, इंदौर, भोपाल के मेडिकल कॉलेज के साथ ही खंडवा, बैतूल, सागर, शिवपुरी, गुना, छिंदवाड़ा, सतना, उज्जैन, भोपाल, सिवनी, उमरिया, रतलाम, अलिराजपुर, धार, डिंडोरी, झाबुआ, मंदसौर और कटनी जिला चिकित्सालय में भी जाँच की सुविधा उपलब्ध है। सभी जिला चिकित्सालय में प्लेटलेट-सेल काउंटर उपलब्ध है। डेंगू के मरीज के घर और आस-पास के 150 घर में लार्वा का सर्वे एवं टेमोफॉस का छिड़काव करवाया जा रहा है। ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रां में आशा स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को लार्वा सर्वे के लिए प्रशिक्षित किया गया है। प्रत्येक जिला चिकित्सालय में 5 से 10 बिस्तर का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है।
बैठक में अपर मुख्य सचिव श्री अजय नाथ, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा श्री विनोद सोमवाल, प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण श्रीमती गौरी सिंह, प्रमुख सचिव नगरीय प्रशासन श्री मलय श्रीवास्तव, मुख्यमंत्री के सचिव द्वय श्री विवेक अग्रवाल, श्री हरिरंजन राव, स्वास्थ्य आयुक्त श्री पंकज अग्रवाल और स्वास्थ्य सचिव श्रीमती सूरज डामोर उपस्थित थी।