दिल्ली ,
अपने काम काज से ज़्यादा अपनी चुप्पी के मशहूर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह आज देश की मीडिया से औपचारिक रूप से रू-ब-रू होकर अपनी चुप्पी तोड़ेंगे ,आज दिन में प्रधानमंत्री के घर पर होने वाली इस प्रेस कोंफरेस में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अपने गठबधन के दस सालो के काम काज की समीक्षा करके मीडिया को बतायेगे साथ में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह संप्रग (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) के कार्यकाल की उपलब्धियों का ब्योरा मीडिया के साथ साथ देश को देंगे प्रधानमंत्री हालांकि अपने संबोधन में उस अनुमान के मुताबिक अपने इस्तीफे की घोषणा नहीं करेंगे जिसमें कहा जा रहा है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने का रास्ता साफ करने के लिए इस्तीफे की घोषणा कर सकते हैं।
जहां एक विपक्ष ने मीडिया और शोशल मीडिया के ज़रिये प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर सवालों की झडी लगा दी है तो खबरिया चैनल्स ने आम आदमी के पास जा कर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के लियें सवालों एक लम्बी फेहरिस्त खडी कर दी है जिनके जबाब प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह शायद ही कभी दे पाए !
संप्रग (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) के कार्यकाल के दौरान हुए आर्थिक विकास, रोजगार सृजन, महंगाई पर नियंत्रण और छोटे कारोबार को प्रोत्साहन एवं समर्थन जैसे क्षेत्रों में हुई प्रगति को मीडिया के सामने रखेंगे।
इससे पहले कांग्रेस पार्टी अध्यक्षा सोनिया गाढ़ी ने साफ़ कर दिया था की वक़त आने पर प्रधान मंत्री के नाम की घोषणा कर दी जायेगी , कांग्रेस पार्टी का ज़मीन से लेकर सांसद तक में बैठे सभी नेता और कार्यकर्ता राहूल गाँधी को प्रधानमन्त्री पद का उम्मीदवार घोषित करने की मांग उठाता रहा है इससे पहले ये कयास लगाये जा रहे थे की आज प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अपने इस्तीफे की पेशकश करके राहुल गांधी का रास्ता साफ़ कर देंगे पर सूत्रों की माने तो प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सिर्फ संप्रग (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) के कार्यकाल के दौरान हुए काम काज की ही चर्चा करेंगे !
जिस तरह से दिल्ली राजस्थान मध्यप्रदेश के साथ साथ्ज छात्तिशगढ़ की हार का ठीकरा प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सरकार के काम काज पर फोड़ा गया था उन सब धारणाओं को तोड़ने के लियें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह मूलत: तीन मुद्दों – राजनीति, अर्थव्यवस्था और विदेशी मामलों पर मीडिया से बात चीत करेंगे साथ ही ये भी बताएँगे की अभी उन्होंने क्या क्या किया है और क्या क्या करने को बाकी रह गया है
गौरतलब है की बतौर प्रधानमंत्री मनमोहन के पूरे 10 साल के कार्यकाल में उनका यह तीसरा और शायद आख़री पूर्ण संवाददाता सम्मेलन होगा, संवाददाता सम्मेलन में प्रधानमंत्री मनमोहन मंहगाई और भ्रष्टाचार के मामलों से निपटने के लिए उठाये गये कदमों के बारे में बताएंगे। इन मुद्दों को लेकर सरकार को कड़े हमले झेलने पड़े हैं। भ्रष्टाचार पर सिंह संभवत: लोकपाल विधेयक के पारित होने की चर्चा करेंगे और साथ ही इस समस्या से निपटने के लिए एक ढांचा खड़ा करने के लिए अन्य कानून बनाने के प्रस्ताव की चर्चा कर सकते हैं।अधिकारियों ने बताया कि हाल ही में उद्घाटित राष्ट्रीय मीडिया केंद्र में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में वरिष्ठ संपादकों सहित 250 से ज़्यादा पत्रकार शामिल होंगे जिम्हे इनविटेशन दे कर बुलाया गया है !
गौरतलब है की प्रधानमंत्री मनमोहन का दूसरा कार्यकाल भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरा रहा है और सरकार के कुछ मंत्रियों को भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण इस्तीफा देना पड़ा था तथा विपक्ष ने कई बार संसद ही नहीं चलने दी थी , प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल में हुए भर्ष्टाचार की बजह से अन्ना आन्दोलन का आगाज़ हुया जिसमे से आप आदमी पार्टी का जनम हुया और आज आम आदमी पार्टी दिल्ली की सत्ता पर काबिज़ हो गयी है !