Tag: free Editorial Articles
अशोक वाजपेयी ने किया सुमिता मिश्रा के कविता संग्रह ‘ज़रा सी धूप’ का विमोचन
आई एन वी सी ,
चड़ीगढ़ ,
हरियाणा की वरिष्ठ आईएएस अधिकारी श्रीमती सुमिता मिश्रा के कविता संग्रह ‘ज़रा सी धूप’ का विमोचन आज यहां जानेमाने...
अपराध जगत में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी
{ निर्मल रानी }
भारतवर्ष में महिलाओं को प्राय: अबला अथवा बेचारी के रूप में देखा जाता है। महिला उत्पीडऩ की घटनाएं भी देश में...
नई राजनीति में आम जनता का उदय
{ सुरेश पाठक (सुभाष) }लोक तंत्र की यह सबसे बडी खूबी यह है कि सब के वोट का महत्व बराबर है चाहे वह गरीब...
16 दिसंबर गैंगरेप – औरत हूँ कोई गुनाह नहीं… फिर क्यूँ अपने होने...
सोनाली बोस,
16 दिसंबर की उस काली रात को आज एक साल का लंबा वक़्त बीत चुका है। 'दामिनी' 'निर्भया' या फिर एक स्वाभिमानी और...
बांगलादेश पर चुप्पी क्यों ?
{संजय कुमार आजाद**}विश्व में सर्वाधिक दलित यदि कोई समूह है तो वह ‘हिन्दू’ हीं है। सम्पूर्ण दक्षिण एशियाई देशोँ में तो इसकी जो बुरी...
कलमकार शर्मा जी के कलयुगी श्रवण कुमार
{ डॉ. भूपेन्द्र सिंह गर्गवंशी }
शर्मा जी मेरे पुराने मित्र हैं और एक अच्छे कलमकार। वह प्रायः मेरे पास आकर अपना दुःख-सुख साझा करते...
आप – भारतीय लोकतंत्र का नया राजनैतिक अवतार
{ तनवीर जाफरी ** }
मध्यप्रदेश,राजस्थान,छत्तीसगढ़,दिल्ली तथा मिज़ोरम आदि पांच राज्यों में पिछले दिनों हुए विधानसभा चुनावों के परिणाम आने के बाद अगले वर्ष होने...
BJP on The Lokpal Bill
Arun Jaitley
Leader of Opposition (Rajya Sabha)
History has provided us another opportunity to approve the Lok Pal Bill which is pending for the last 46...
समलैंगिकता सामाजिक पतन का सहयात्री
{ संजय कुमार आजाद ** }
भारतीय समाज में नैतिकता का अतिविषिष्ट स्थान चिरन्तर से रहा है। जियो और जीने दो का भाव लिए यह...
समलैंगिक संबंध-मर्यादा व नैतिकता के आईने में *
{ निर्मल रानी **}दिल्ली हाईकोर्ट द्वारा 2009 में जिस समय समलैंगिक संबंधों को वैध कऱार देने संबंधी एक याचिका पर निर्णय सुनाते हुए इसे...