
प्रेस क्लब में आयोजित एक प्रेस वार्ता में ओजस्वी पार्टी,धर्मरक्षक श्री दारा सेना आदि हिन्दू संगठनों के नेताओं ने स्वामी ओम जी पर एक चैनल में हो रही परिचर्चा के दौरान एक महिला द्वारा हमला करने की जमकर निन्दा की गयी। पत्रकारो को सम्बोधित करते हुए ओजस्वी पार्टी कें राजनीतिक सलाहकार और दारा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुकेश जैन ने कहा कि परिचर्चा में भाग लेने वाली उक्त महिला दीपा शर्मा की अभद्रता के कारण आज देश विदेश में हमारे देश की छवि धूमिल हुई है। श्री जैन ने स्वामी ओमजी की प्रशन्सा करते हुए कहा कि स्वामी ओमजी ने बडे साहस के साथ हमलावर महिला का प्रतिकार किया। जिससे न केवल भारत के सन्तों की बहादुरी दिखी, बल्कि सन्तों की गरिमा और मर्यादा भी बनी रही। स्वामी ओम जी काश्आचरण ाास्त्रोक्त है। मनुस्मृति में भी हमलावर आतंकी महिला को मारने का आदेश दिया गया है।
पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए ओजस्वी पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष और दारा सेना के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी ओम जी ने कहा कि एक टी वी चैनल के स्टूडियों में उन पर जो जान लेवा हमला किया गया वो सन्तों की गरिमा को तार-तार करने के लिये ही किया गया था। उससे पहले भी यह महिला अपने गैंग के साथ परम पूजनीय आसाराम बापू जी,पूज्य नारायण प्रेम साईं जी, कलियुग की साक्षात देवी राधे मां आदि हिन्दू सन्तों का लगातार चरित्र हनन् करती रही है। हिन्दुत्व को बदनाम करने का यह सब षडयन्त्र फोर्ड फाउन्डेशन जैसे कुख्यात अमेरीकी गैंग के डालर डकार-डकार कर किया जा रहा है। इसी साजिश के तहत बेबुनियाद मनघडन्त कहानियों को ब्रकिंग न्यूज बना-बनाकर न केवल सन्तों की छवि मलिन की जा रही है बल्कि देश के हिन्दुओ और मुसलमानों को भिडाने की नापाक कोशिषें भी की जा रही है। जिसका जीता जागता प्रमाण तीस्ता शीतलवाड के खिलाफ चल रही जांच में सामने आया है।
पत्रकार वार्ता में सन्तो के चरित्र हनन् से आहत पंडित राजकुमारशास्त्री जी ने पत्रकारों का ध्यान हाल ही में न के बराबर छपे एक समाचार की और दिलाया । उक्त समाचार के अनुसार मुम्बई कें सेन्ट जेवियर कालिज का प्रिन्सिपल बच्चियों से छेडछाड के मामले में गिरफ्तार किया गया। दिल्ली में भी नाबालिग बच्चियों से छेडछाड के कुछ समाचार छपे हैं। राजकुमारशास्त्री जी ने कहा कि अब जबकि सोनिया गांधी ने अपने सिपहसालार अरविन्द केजरीवाल के साथ मिलकर बनाये नये पास्को एक्ट में नाबालिग लडकी का हाथ पकडने को भी बलात्कार घोषित कर रखा है तब ईसाई फादर द्वारा किया बलात्कार छेडछाड की मामूली घटना कैसे बनाया जा रहा है।
हिन्दू नेताओ ने पास्को और अन्य बलात्कार कानूनों की समीक्षा करने की भी सरकार से मांग की।ताकि कानून का दुरूपयोग बन्द हो सके।