आई एन वी सी न्यूज़
नई दिल्ली ,
धर्म रक्षक श्री दारा सेना के कार्यालय में हुए शोक सभा में पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम के निधन पर शोक व्यक्त किया गया। शोक सभा में दारा सेना के महामंत्री और ओजस्वी पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष स्वामी ओम जी ने श्री अब्दुल कलाम को एक महान वैज्ञानिक और चिन्तक बताते हुए खुलासा किया कि श्री अब्दुल कलाम को भारत का राष्ट्रपति बनाने में धर्म रक्षक श्री दारा सेना के अध्यक्ष श्री मुकेश जैन का सबसे बडा योगदान है। श्री जैन ही वो शख्सियत है जिनके कारण श्री अब्दुल कलाम भारत के राष्ट्रपति बने।
अपनी बात के समर्थन में दारा सेना के महामंत्री स्वामी ओम जी ने दैनिक भास्कर में छपा एक फोटो भी दिखाया, जिसमें पूर्वोत्तर शहीद सैनिक परिजन के संयोजक और दारा सेना के अध्यक्ष श्री मुकेश जैन के नेतृत्व में कार्यकर्ता पी सी अलेक्जेन्डर का पुतला फूंक कर ईसाई राष्ट्रपति बनाये जाने का विरोध कर रहे हैं।
शोक सभा को सम्बोघित करते हुए दारा सेना के अध्यक्ष और पूर्वोत्तर शहीद सैनिक परिजन के संयोजक श्री मुकेश जैन ने स्वामी ओम जी के खुलासे का समर्थन करते हुए बताया कि सन् 2002 में भाजपा सरकार महाराष्ट्र के तत्कालीन राज्यपाल और इंदिरा गांधी के पूर्व सचिव श्री पी सी अलेक्जेन्डर को भारत का ग्यारवां राष्ट्रपति बनाना तय कर चुकी थी। उच्च पदों पर ईसाईयों का चयन करने वाली सोनिया गांधी भी भाजपा गठबन्धन के इस निर्णय पर बहुत खुश थी। अधर्म को मानने वाले एक ई्रसाई का राष्ट्रपति बनाये जाने का हमारे द्वारा प्रबल विरोघ किये जाने के कारण ही भाजपा गठबन्धन पी सी अलेक्जेन्डर का नाम काट कर ए पी जे अब्दुल कलाम को भारत का ग्यारवां राष्ट्रपति बनाने को मजबूर हुई। उन दिनो मई 2002 में हमने एक सप्ताह में 8 कार्यक्रम करके पूर्वोत्तर के ईसाई आतंकवाद को मौन स्वीकृति देने वाले पी सी अलेक्जेन्डर का पुतला भी फूंका था।
शोक सभा में कार्यकताओं ने श्री मुकेश जैन से अनुरोध किया कि वें ओजस्वी पार्टी के अध्यक्ष श्री नारायण प्रेम साईं जी को भारत का राष्ट्रपति बनाने की अपनी मुहिम को भी अमली जामा पहनायें। उल्लेखनीय है कि पिछले राष्ट्रपति चुनावों में आई आई टी इंजीनियर श्री मुकेश जैन के आह्वान पर ही श्री जयभगवान गोयल के नेतृत्व 32 हिन्दू संगठनों ने श्री नारायण साईं को राष्ट्रपति चुनावों में उतारने का निर्णय लिया था।