जैन संत सृष्टि भूषण माताश्री को अंतरराष्ट्रीय समाचार एवम विचार निगम के सर्वोच्च अंतरराष्ट्रीय नागरिक सम्मान से सम्मानित

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मानव रत्न , अंतरराष्ट्रीय समाचार एवं विचार निगम ( International News And Views Corporation ) द्वारा दिए जाने वाला सर्वोच्च अंतरराष्ट्रीय नागरिक सम्मान है 

यह सम्मान मानवता की असाधारण सेवा के लिए प्रदान किया जाता है।

आई एन वी सी न्यूज़  
नई  दिल्ली ,

प्रख्यात मानव सेविका एवम जिनधर्म प्रभाविका आर्यिका 105 श्री सृष्टि भूषण माता श्री को मानव कल्याणार्थ किए गए अति विशिष्ट कार्यों के लिए अंतरराष्ट्रीय समाचार एवं विचार निगम के सर्वोच्च अंतरराष्ट्रीय नागरिक सम्मान ” मानव रत्न अलंकरण ” से रविवार को दिल्ली के राजवाड़ा पैलेस में एक भव्य समारोह में मुख्य अतिथि सिक्किम के पूर्व राज्यपाल व पूर्व गृह सचिव भारत सरकार बी.पी. सिंह ने मानव रत्न अलंकरण से अलंकृत किया गया , इस आयोजन में  विशिष्ट अतिथि गढ़वाल विश्वविद्यालय के कुलाधिपति व पूर्व रक्षा सचिव, राज्यसभा के पूर्व महासचिव एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव डॉ. योगेन्द्र नारायण ,  डॉ.मीनू वालिया व  कमलेश कुमार जैन ने शिरकत की । अंतरराष्ट्रीय समाचार एवं विचार निगम की तरफ से विशेष आमंत्रित अतिथि धर्म यात्रा महासंघ के राष्ट्रीय महामंत्री नरेंद्र बिन्दल व् राष्ट्रीय अध्यक्ष रिखब चंद जैन ने अपनी गरिमाई उपस्थति दर्ज कराई l

अंतरराष्ट्रीय समाचार एवं विचार निगम ( International News And Views Corporation ) के संस्थापक , सम्पादक व अवार्ड सलेक्शन कमेटी चेयरमैन ज़ाकिर हुसैन ने अपने स्वागत सम्बोधन किया , अवार्ड सिलेक्शन कमेटी के समन्वयक डॉ डीपी शर्मा मंच ने  प्रशस्ति का पठन ( Citation reading ) की , इसके बाद कानूनी  सलाहकार अंतरराष्ट्रीय समाचार एवं विचार निगम ( International News And Views Corporation )  व् सलाहकार अवार्ड सलेक्शन कमेटी वीरेंद्र रावत ने समापन सम्बोधन किया  l

अंतरराष्ट्रीय समाचार एवं विचार निगम ( International News And Views Corporation ) के संस्थापक , सम्पादक व अवार्ड सलेक्शन कमेटी चेयरमैन ज़ाकिर हुसैन  ने अपने स्वागत सम्बोधन में कहा कि  एक लंबे समय तक इस अवार्ड के लिए मंथन चलता रहा ,
इस अवार्ड के लिए हमें कई प्रविष्ठियां प्राप्त हुई , जो हमारी आशा से कहीं ज्यादा थी। अब मंथन फिर शुरू हुआ , इस ” मानव रत्न अलंकरण  ” को कैसे इसके सही हकदार तक पहुचाएं l

इसके लिए आदरणीय श्री बी.पी. सिंह जी ने अपना अमूल्य समय दिया , अवार्ड सिलेक्शन कमेटी के समन्वयक डॉ डीपी शर्मा व् अवार्ड सलेक्शन कमेटी मुख्य सलहाकार श्री रावत, का काम बहुत बढ़  गया था l

अवार्ड सलेक्शन कमेटी मुख्य सलहाकार श्री वीरेंद्र रावत , ने अपनी वकालत की काबिलियत से अवार्ड सलेक्शन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।  पेशे से प्रख्यात वकील श्री रावत उच्च न्यायालय, उत्तराखंड और दूसरे उच्च न्यायालयों  मे भी वकालत करते हैं। आप सर्वोच्च न्यायालय मे उत्तराखंड सरकार के उप महाधिवक्ता भी हैं  । परन्तु इस दुनियावी माया से ऊपर उठ कर, श्री रावत एक समाज सुधारक , समाज सेवक , माँ आदि शक्ति व्  माँ गंगा को समर्पित राष्ट्रवादी नेक दिल इंसान  भी है l

अवार्ड सलेक्शन कमेटी मुख्य सलहाकार श्री रावत के विशेष योगदान को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता है ,   क्योकि सलहाकार का काम  सबसे जोखिम भरा होता हैं । अगर सब ठीक हुआ तो सफलता का सेहरा चेरयमैन , समन्वयक, संयोजक आयोजक इत्यादी के सर बाँध दिया जाता है और अगर कुछ भी आशा अनुरूप नहीं हुआ है तो सारी बुराइयां एक सलहाकार को थाली में परोस कर दे दी जाती हैन। अंतरराष्ट्रीय समाचार एवं विचार निगम के मानव रत्न अवार्ड सिलेक्शन कमेटी के सभी सदस्यों की अथक मेहनत का ही परिणाम है कि आज अंतरराष्ट्रीय समाचार एवं विचार निगम  का प्रथम ” अंतरराष्ट्रीय मानव रत्न अलंकरण   ” उसके सही हक़दार तक पहुंच पाया हैं ,

मुझे आज इस बात पर हर्ष है कि अंतरराष्ट्रीय समाचार एवं विचार निगम परिवार अपने मकसद में सफल रहा है जिसके फलस्वरूप आज प्रख्यात मानव सेविका एवम जिनधर्म प्रभाविका आर्यिका 105 श्री सृष्टि भूषण माता श्री को मानव कल्याणार्थ किए गए अति विशिष्ट कार्यों के लिए  अंतरराष्ट्रीय समाचार एवं विचार निगम परिवार द्वारा मानव रत्न अलंकरण से सम्मानित किया गया है  !

विशिष्ट अतिथि गढ़वाल विश्वविद्यालय के कुलाधिपति व पूर्व रक्षा सचिव, राज्यसभा के पूर्व महासचिव एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव डॉ. योगेन्द्र नारायण अपने सम्बोधन में ” अहिंसा परमो धर्म ” पर अपना मत रखा , साथ ही प्रख्यात मानव सेविका एवम जिनधर्म प्रभाविका आर्यिका 105 श्री सृष्टि भूषण माता श्री को ” मानव रत्न अलंकरण ”  के लिए सही  हकदार बताया ,

सम्मान समारोह  के मुख्य अतिथि सिक्किम के पूर्व राज्यपाल व पूर्व गृह सचिव भारत सरकार बी.पी. सिंह जी अपने सम्बोधन में मानवता को ही दुनिया का सबसे बड़ा धर्म व् कर्म बताया , श्री सिंह ने जिनधर्म प्रभाविका आर्यिका 105 श्री सृष्टि भूषण माता श्री को मानव कल्याणार्थ किए गए अति विशिष्ट कार्यों के लिए उनकी प्रशंसा , उनकी  सरहाना की। साथ ही मुख्य अतिथि श्री सिंह ने  इस पर अपनी ख़ुशी जाहिर की अंतरराष्ट्रीय समाचार एवं विचार निगम का प्रथम ” मानव रत्न अलंकरण ”  वह अपने  हाथों से उसके सही हकदार को सम्पर्पित कर रहे हैं  l

अवार्ड सिलेक्शन कमेटी के समन्वयक एवं स्वच्छ भारत मिशन के प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय एंबेस्डर डॉ डीपी शर्मा मंच से  प्रशस्ति का पठन (Citation reading ) के बाद  आईएनवीसी को बताया कि यह अवार्ड देह रूप में उस मनीषी को दिया गया है जो स्वयं देवी स्वरूपा सर्वभूतेषु रूप में अपने वात्सल्य एवं सेवा के माध्यम से मनुष्यता की महक पैदा कर रही हैं। यह अवार्ड पूरी मानवता के प्रति सृष्टि भूषण माता श्री की दया एवं कर्मयोग की साधना के सम्मान स्वरूप एक प्रतीक चिन्ह है।  आज पूरे विश्व को माता श्री द्वारा बताए गए मार्ग पर चलने की आवश्यकता है ताकि मनुष्यता के संदेश को हर धर्म हर, मजहब, हर पंथ, हर देश की सीमा से परे मनुष्यता के रूप में संस्थापित किया जा सके।

समाज सेवक , प्रख्यात अधिवक्ता सुप्रीम कोर्ट , डिप्टी एडवोकेट जनरल उत्तराखड सरकार , कानूनी  सलाहकार अंतरराष्ट्रीय समाचार एवं विचार निगम ( International News And Views Corporation )  व् अवार्ड सलेक्शन कमेटी वीरेंद्र रावत ने अपने समापन सम्बोधन में स्त्री शक्ति व् उसके पूजनीयता पर ही अपना पूरा समापन सम्बोधन रखा साथ ही प्रख्यात मानव सेविका एवम जिनधर्म प्रभाविका आर्यिका 105 श्री सृष्टि भूषण माता श्री को मानव कल्याणार्थ किए गए अति विशिष्ट कार्यों के लिए विस्तारपूर्ण बखान किया अंत में श्री रावत  ने अंतरराष्ट्रीय समाचार एवं विचार निगम का प्रथम ” मानव रत्न अलंकरण ” जिनधर्म प्रभाविका आर्यिका 105 श्री सृष्टि भूषण माता श्री को दिए जाने पर , सभी को धन्यवाद अर्पित किया l

श्री रावत ने बाद में आईएनवीसी को बताया नारी का सम्मान सदा होना चाहिए। संस्कृत में एक श्लोक है- ‘यस्य पूज्यंते नार्यस्तु तत्र रमन्ते देवता: भावार्थ  ” जहां नारी की पूजा होती है, वहां देवता निवास करते हैं ” श्री रावत  ने बताया कि स्त्री जग जननी है , स्त्री का सम्मान करना , आदर सत्कार करना हमारी संस्कृति का सबसे अहम् हिस्सा हैं ,  वीरेंद्र रावत ने आगे कहा कि इस अवार्ड के लिए कई सम्मानीय नाम सामने आए परन्तु प्रख्यात मानव सेविका एवम जिनधर्म प्रभाविका आर्यिका 105 श्री सृष्टि भूषण माता श्री को मानव कल्याणार्थ किए गए अति विशिष्ट कार्यों को देखते हुए , अवार्ड सलेक्शन कमेटी सभी सदस्यों ने एक मत से श्री सृष्टि भूषण माता श्री का चयन किया , ये हम सभी के लिए गौरव की बात हैं की ” अंतरराष्ट्रीय समाचार एवं विचार निगम ”  परिवार अपना पहला अंतरराष्ट्रीय सम्मान ” मानव रत्न  ”  मानव व् मानवता सेवा के लिए समर्पित श्री सृष्टि भूषण माता श्री को समर्पित दिया गया l

धर्म यात्रा महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष रिखब चंद जैन ने आईएनवीसी को अपनी ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा कि वे धन्यवाद देते हैं आईएनवीसी परिवार को कि उन्होंने प्रख्यात मानव सेविका एवम जिनधर्म प्रभाविका आर्यिका 105 श्री सृष्टि भूषण माता श्री को मानव कल्याणार्थ किए गए अति विशिष्ट कार्यों के लिए अपने  सर्वोच्च अंतरराष्ट्रीय नागरिक सम्मान ” मानव रत्न अलंकरण ” से अलंकृत किया l

धर्म यात्रा महासंघ के राष्ट्रीय महामंत्री नरेंद्र बिन्दल ने भी  ” मानव रत्न अलंकरण ” के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि  आईएनवीसी परिवार ने एक पूजनीय प्रख्यात मानव सेविका एवम जिनधर्म प्रभाविका आर्यिका 105 श्री सृष्टि भूषण माता श्री को मानव रत्न अलंकरण अलंकृत किया , इसके लिए मुझे दिली ख़ुशी व्  गर्व है कि आईएनवीसी परिवार ने इस अवार्ड के लिए एक पूजनीय संत देवी का चयन किया l श्री बिंदल ने आगे कहा कि धर्म ही सच्चे कर्म का सही मार्ग दिखाता , धर्म ही मानवता ओर  मानव सेवा का सही मार्ग बताता है। धर्म यात्राएँ  न सिर्फ मनुष्य को सदमार्ग की ओर लेकर जाती हैं बल्कि देश ,राज्य व् धर्म स्थान की आय व् रोजगार सृजन में अपना महत्त्वपूर्ण योगदान देती हैं l

गौरतलब है कि मानव रत्न , अंतरराष्ट्रीय समाचार एवं विचार निगम ( International News And Views Corporation )  सर्वोच्च अंतरराष्ट्रीय नागरिक सम्मान है और यह सम्मान मानवता की असाधारण सेवा के लिए प्रदान किया जाता है।

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