आई एन वी सी न्यूज़
जयपुर : अंबाबाड़ी स्थित महर्षि अरविंद इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस एंड मैनेजमेंट में मंगलवार को “द्वितीय मल्टी डिसीप्लिनरी कंप्यूटिंग एंड आईटी कन्वर्जेंस 2024” विषय पर एक अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। इस अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस में विभिन्न शोधकर्ताओं ने अपने रिसर्च पेपर्स प्रस्तुत किये। कांफ्रेंस में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए विख्यात टेक्नोक्रेट एवं आईटी स्पेशलिस्ट पवन झा ने भारत में नए नवाचार एवं तकनीकी पर चर्चा करते हुए कहा कि युवा टेक्नोक्रेट्स को नवीन राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय तकनीकी से अवगत कारवाने के लिए महाविद्यालय में इस तरह के कार्यक्रम होते रहना चाहिए ऐसा करने से ही भारत को हम जल्दी ही डिजिटल इंडिया बनते हुए देख पाएंगे। उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और तकनीक के खतरों के बारे में सावधान रहने और निजात पाने की विभिन्न पहलुओं को वैज्ञानिक तरीके से समझाया।
ज्ञात रहे कि पवन झा भारत की इंफोसिस कंपनी द्वारा बनाई गई आधार कार्ड टेक्नोलॉजी के प्रमुख आर्किटेक्ट होने के साथ-साथ फिल्म एनालिस्ट एवं लेखक भी है। अमेरिका से स्पीकर के रूप में बोलते हुए डॉ निशा शर्मा ने साइबर सिक्योरिटी और डिफेंस मेकैनिज्म से छात्रों को अवगत कराया।
यूनाइटेड किंगडम इंग्लैंड से एल्युमिनाई स्पीकर मिस मोनिका मंगनानी ने बताया कि जरूरी नहीं है कि सभी लोग प्रोग्रामर बनें । आईटी इंडस्ट्री में विभिन्न प्रकार के जॉब्स उपलब्ध हैं और अब यह जॉब्स समय के साथ बदलते जा रहे हैं जिनमें टेक्निकल राइटिंग का बड़ा स्कोप है।
कार्यक्रम में संस्थान के निदेशक डॉ भरत पाराशर ने कहा कि तकनीक और प्रबंधन को एक साथ मिलना चाहिए क्योंकि आईटी अनेक क्षेत्रों में अपना रोल प्ले कर रही है जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रमुख है। हमें चाहिए कि हम सभी विभिन्न क्षेत्रों के लोग आईटी को अपना साधन बनाएं और ऑटोमेशन की दिशा में आगे बढ़े।
इस कार्यक्रम में उपस्थित डिजिटल डिप्लोमेट एवं कंप्यूटर साइंटिस्ट डॉ डीपी शर्मा ने कहा की तकनीक के बिना आज किसी व्यक्ति का सरवाइव करना मुश्किल है । मोबाइल और इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी ने हर घर में प्रवेश कर लिया है और अब हम एक नए दौर की तरफ आगे बढ़ रहे हैं जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और स्मार्ट कंप्यूटिंग के साधनों से हमारी दुनिया एक मेटा वर्ष दुनिया की तरफ आगे बढ़ रही है।
कॉन्फ्रेंस कन्वीनर डॉ महावीर सेन, सेक्रेटरी डॉ अमन जैन एवं उपप्राचार्य सुनील चौहान ने बताया इस अवसर पर संस्थान से पीएचडी ग्रेजुएट हुए डॉ अपराजिता शर्मा एवं डॉ सुरेश कुमार शर्मा का भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।