PALF में होगी कला-साहित्य जगत हस्तियों की मौजूदगी

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चंडीगढ़,

पंचकूला लिटरेचर फेस्टिवल (पीएलएफ) अब अपने नए स्वरूप पंचकूला आर्ट एंड लिटरेरी फेस्टिवल (पीएएलएफ) के साथ सुनिश्चित तौर पर कला और साहित्य प्रेमियों को एक अनुभव देने के लिए तैयार है। र्यूमर बुक्स इंडिया द्वारा सतलुज पब्लिक स्कूल, सेक्टर 2 और 4, पंचकूला की सहभागिता में इस दो दिवसीय फेस्ट की मेजबानी एक नए अवतार में 6 और 7 फरवरी को होटल हॉलिडे इन, सेक्टर 3, पंचकूला में की जा रही है।

रीकृत सेराई, संस्थापक निदेशक, पीएएलएफ और एमडी, र्यूमर बुक्स इंडिया ने कहा कि ‘‘अपने आयोजन के तीसरे साल तक में अब तक 100 से अधिक जाने माने पैनलिस्ट इसके विभिन्न सत्रों में उपस्थिति दर्ज करवा चुके हैं, जिनमें कई वरिष्ठ नौकरशाह, राजनेता, सर्वाधिक बिकने वाले लेखक, अभिनेता, कलाकार और उद्यमी भी शामिल हैं। इस साल बिज लिट फेस्ट एक अतिरिक्त आकर्षण होगा, जिनमें इस क्षेत्र और देश के विभिन्न हिस्सों के जाने माने कारोबारी एक पैनल डिस्कशन में शामिल होंगे। इसके साथ ही हम पंचकूला आर्ट फेस्ट को भी प्रस्तुत कर रहे हैं, जिसमें कला, साहित्य और बिजनेस फेस्टिवल को एक साथ शामिल किया गया है। इससे पीएएलएफ एक अद्वितीय आयोजन बन जाता है जिसमें विविधिता और उत्साह है।  इस साल इसमें 40 से अधिक स्पीकर्स शामिल हो रहे हैं। आने वाले सालों में हमारी योजना प्रति वर्ष 100 से अधिक लोगों को शामिल करना है। पंचकूला एक छोटा शहर है और हम महसूस करते हैं कि इसमें भी इंग्लैंड में होने वाले हेय फेस्टिवल और ग्लास्टोन्सबरी जैसा जादुई आकर्षण है। हमारे मेहमान भी इस फेस्टिवल में शामिल होने को लेकर बेहद रोमांचित हैं।’’

राधिका सेराई, संस्थापक निदेशक, पीएएलएफ और सीईओ, र्यूमर बुक्स इंडिया ने बताया कि ‘‘इस साल हमारा प्रमुख ध्यान ‘कलात्मक रूचियों को प्रोत्साहित करना है’ और हम ऐसा करने को लेकर पूरी तरह से विश्वस्त हैं। एक चिल्ड्रंस लिटरेरी फेस्ट प्तकनेक्ट भी इस फेस्टिवल का हिस्सा होगा, जो कि विशेष तौर पर स्टूडेंट्स के लिए है, जिसका प्रबंधन भी स्टूडेंट्स द्वारा किया जाएगा और इसके प्रवक्ताओं को लोगों की मांग पर आमंत्रित किया गया है। बीते साल इसमें 40 स्कूलों ने सहभागिता की। इस साल हम सीबीएसई के सहयोग से अपनी पहुंच का विस्तार करने में सफल रहे हैं और उत्तर-पश्चिम भारत के 3000 से अधिक स्कूलों को इसके साथ जोडऩे में सफल रहे हैं और इसके साथ ही पीएएलएफ उत्तर-पूर्व भारत का सबसे बड़ा कला और साहित्य फेस्टिवल बनने में सफल रहा है।’’

उन्होंने बताया कि इसके साथ ही ‘गेट बुक्ड’, नाम से एक विशेष आयोजन भी होगा, जिसमें पीएएलएफ एक कदम और आगे बढ़ाएगा और ये पूरा क्षेत्र कला, साहित्य और कारोबार की दुनिया में आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि ये एक पब्लिशिंग नेटवर्किंग आयोजन से बढक़र है और हम आने वाले सालों में कला के लिए भी ऐसे ही आयोजन की योजना पर भी काम कर रहे हैं।

दीवान मान्ना, एक बहुमुर्खी प्रतिभा हैं जो कि पूरे विश्व में कला के क्षेत्र की एक प्रमुख हस्ती के तौर पर जाने जाते हैं, पंचकूला आर्ट फेस्ट के चीफ पैटर्न हैं। इस साल नई शुरुआत करने जा रहे पंचकूला बिज लिट फेस्ट का उद्देश्य बिजनेस लिटरेचर की रीडिंग को प्रोत्साहित करना है और इस क्षेत्र के प्रमुख कारोबारी संस्थान समर्थन दे रहे हैं। इसमें जाने माने उद्यमी, सीनियर कॉर्पोरेट एग्जीक्यूटिव्स और उद्योगपति अपनी सफलताओं के बारे में बताएंगे और एक नई पीढ़ी को आगे बढऩे के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित करेंगे।

कृत सेराई, चेयरमैन, पीएलएफ और प्रिंसिपल, सतलुज पब्लिक स्कूल ने कहा कि ‘‘पीएएलएफ, ना सिर्फ आयोजकों का एक विशेष प्रयास है बल्कि ये पंचकूला शहर और क्षेत्र के लोगों के लिए भी विशेष आयोजन है। स्कूल पीएएलएफ के उद्देश्यों का समर्थन करता है और इसके साथ ही क्षेत्र में कलात्मक रूचियों को प्रोत्साहित करने के लिए अपनी सहभागिता कर रहा है। ’’

दो दिवसीय फेस्ट में कई जाने माने लेखक और कलाकार शामिल होंगे जिनमें शामिल कुछ प्रमुख नाम हैं: भारत के जाने माने फोटोग्राफर रघु राय, बेहद चर्चित आरूषि कत्ल कांड पर आरूषि नाम से किताब लिखने वाले लेखक अविरूक सेन, जाने माने तमिल अभिनेता कमल हासन की भतीजी और अभिनेत्री अनु हासन और जेरी एलिमिडा, जिन्होंने जायको पब्लिशर्स के साथ ‘करमा करी’ सीरिज की 10 किताबों की सीरिज के लिए 12 करोड़ रुपए की डील के बाद चर्चा हासिल की है। इस डील को भारत में प्रकाशन उद्योग की सबसे बड़ी डील में से एक माना जाता है।

जाने माने लेखक हिंडोल सेनगुप्ता भी फेस्ट में शामिल होंगे। उन्होंने छह किताबें लिखी हैं जिनमें रीकास्टिंग इंडिया: हाऊ एन्टोरप्रेन्योरशिप इज रिव्यूलाइजिंग द वल्र्डज लार्जेस्ट डेमोक्रेसी शामिल है। जिसे नोबेल लोरिएट एफ.ए.हायेक की याद में मैनहट्टन इंस्टीट्यूट फॉर ओरिजनल राइटिंग इन इकोनॉमिक्स के लिए एकमात्र भारतीय बुक के तौर पर चुना गया है।

किश्वर देसाई, जिनके उपन्यास द सी ऑफ इनोसेंस को भारत, यूके और ऑस्ट्रेलिया में प्रकाशित किया गया है, वे भी फेस्ट में स्पीकर होंगी। अनीषा मोटवानी, कारोबार रणनीतिकार, प्रोफेशनल स्पीकर और लेखक, जो कि प्रमुख कॉर्पोरेट और इंडस्ट्री बोड्र्स में सक्रिय योगदान दे रहे हैं, अपनी नई किताब स्टोर्म द नोर्म को लॉन्च करेंगी। उनकी सफलताओं के लिए उन्हें 2009 से लगातार तीन सालों के लिए बिजनेस टुड द्वारा 50 मोस्ट पावरफुल वुमेन इन इंडियन बिजनेस में शामिल किया गया है।

आयोजन के एक अन्य प्रमुख आकर्षण आनंद नीललाकंटन होंगे जो कि अजाया और असूरा के लेखक हैं। वे स्टार टीवी पर आ रहे सीरियल सिया के राम के स्टोरी कंसल्टेंट भी हैं। उन्होंने बॉलीवुड के एक जाने माने डायरेक्टर के लिए मिथिहास पर आधारित एक हॉरर फिल्म की पटकथा लिखने का करार भी किया है।

राधाकृष्णन पिल्लई, फेस्ट के एक और प्रमुख व्यक्तित्व होंगे। उनकी पहली किताब कॉर्पोरेट चाणक्य, 2010 में प्रकाशित होने के बाद से बेस्ट सेलर रही है और उसे भारत और विदेशों में विभिन्न बिजनेस स्कूलों में टेक्सट बुक के तौर पर शामिल किया गया है। वहीं केपीएमजी के कंसल्टिंग प्रेक्टिस के हैड आर.वी.रमन भी आएंगे। आर्थर एंडरसन भी आयोजन में होंगे। वे आईआईएम में बिजनेस स्ट्रेटजी पढ़ाते हैं और युवा उद्यमियों को मेंटरिंग, चुनिंदा ग्राहकों को सलाह और लेखन करते हैं।

चिल्ड्रंस लिटरेरी फेस्ट प्तकनेक्ट भी फेस्टिवल का हिस्सा होगा और इसमें बच्चों को किताबों से आगे सोचने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। अमर चित्र कथा की एग्जीक्यूटिव एडीटर रीना पुरी भी फेस्ट के दौरान बच्चों से बातचीत करेंगी।

डोनेट ए बुक, इस आयोजन का एक और थीम है जिसमें लोगों को एक किताब दान करने के लिए आहवान किया जाएगा। ये पीएएलएफ की एक और गतिविधि है जिसमें 500 से अधिक स्कूलों और संस्थानों में ड्रॉप बॉक्सेज लगाए गए हैं जिसमें लोग अपनी पुरानी किताबों को डाल सकते हैं। इन किताबों को गरीब बच्चों को दान किया जाएगा। इस साल प्तडोनेट ए बुक को मारूति से समर्थन प्राप्त है।

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