MoU-for-avationआई एन वी सी न्यूज़
देहरादून,
उत्तराखंड के सभी जनपदों को रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम (आरसीएस) के तहत हवाई सेवा से जोड़ा जाएगा। इसके लिए हेलिपैड, एयरस्ट्रिप बनाने का कार्य किया जा रहा है। गंगोत्री, यमुनोत्री के लिए चिन्यालीसौड़, बद्रीनाथ, केदारनाथ धाम के लिए गोचर हेलिपैड से हवाई सेवाओं का विस्तार किया जाएगा। पंतनगर और पिथौरागढ़ से देहरादून, दिल्ली के साथ ही अन्य शहरों को जोड़ा जाएगा। 9-10 सितंबर को आयोजित होने वाले हिमालयन मीट में हिमालयी राज्यों के साथ रीजनल कनेक्टिविटी पर भी परिचर्चा रखी जाएगी। शुक्रवार को सचिवालय में एयरपोर्ट अथॉर्टी ऑफ इंडिया और उत्तराखंड सरकार के मध्य एमओयू हस्ताक्षर के अवसर पर मुख्य सचिव एस.रामास्वामी ने ये बातें कहीं।

भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण (एएआई) उत्तराखंड में नागरिक उड्डयन अवस्थापना में राज्य सरकार का सहयोग करेगा। इस बारे में किए गए एमओयू के अंतर्गत नागरिक उड्डयन सेवाओं के स्टजन, उच्चीकरण, अनुरक्षण और प्रबंधन में एएआई राज्य के साथ कार्य करेगा। मुख्य सचिव एस.रामास्वामी और एएआई के महाप्रबंधक अनिल गुप्ता ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर एसीईओं उकाडा(उत्तराखंड सिविल एवियेशन डेवलपमेंट अथॉर्टी) डॉ.आर.राजेश कुमार, कैप्टन अशोक शैट्टी, हेड ऑफ ऑपरेशन उकाडा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

बताया गया कि एमओयू का मकसद उत्तराखंड में नागरिक उड्डयन के विकास के लिए जरुरी कारकों का पता लगाना है। राज्य के विभिन्न हवाई अड्डों के व्यावसायिक क्षमता का मूल्यांकन करना और संचालन के लिए तकनीकी पहलुओं का पता लगाना है। परियोजना के विकास के लिए संबंधित तकनीकी इंजीनियरिंग पैरामीटर का मूल्यांकन करना और भावी कार्य योजना बनाना है। पिथौरागढ़ और चिन्यालीसौड़ में अपग्रेड हो रहे एयरपोर्ट के क्लियरेंस में उकाडा का सहयोग भी एएआई करेगा।

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