कारगिल युद्ध के बाद पूर्वी लद्दाख और एलएसी पर भारतीय सेना ने पिनाक राकेट सिस्टम को तैनात किया है। भारतीय सेना ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर किसी भी खतरे से निपटने के लिए चीन सीमा के पास पिनाक लांचर सिस्टम को तैनात किया है। पिनाक इन्हांस्ड रेंज शुरुआती पिनाक का अडवांस्ड वर्जन है। जल्द ही इसका उत्पादन भी शुरू हो जाएगा। इस सिस्टम के सफल टेस्ट ने सेना को जमीन पर हमले का ज्यादा घातक विकल्प दे दिया है। इस हथियार से सेना दुश्मनों के ठिकानों को ध्वस्त कर सकता है। आखिर क्या है पिनाक राकेट सिस्टम। क्या हैं इसकी खूबियां। क्या है पिनाक की खूबियां

दरअसल, पिनाक एक फ्री फ्लाइट आर्टिलरी राकेट सिस्टम है। उन्नत पिनाक राकेट सिस्टम 45 किमी तक की दूरी पर स्थित लक्ष्य को भेदने में सक्षम है। पिनाक राकेट्स को मल्टी-बैरल राकेट लांचर से छोड़ा जाता है। लांचर सिर्फ 44 सेकेंड्स में 72 राकेट्स दाग सकता है। भगवान शिव के धनुष ‘पिनाक’ के नाम पर इसका नामकरण हुआ। इसे भारत और पाकिस्तान से लगी सीमाओं पर तैनात करने के मकसद से बनाया गया है। PLC

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