जिस रफ्तार से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं उसे देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि 2022 की शुरुआत से पहले ही कोविड की तीसरी लहर ने दस्तक दे दी है. शनिवार को दिल्ली में 24 घंटे में कोरोना के 249 मामले दर्ज हुए जो कि जून महीने के बाद सबसे ज्यादा हैं.देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में भी कोरोना ने रफ्तार पकड़ ली है. हर दिन कोविड के नए आंकड़ों में बढ़ोतरी हो रही है. शनिवार को मुंबई में पिछले एक दिन में कोरोना के 757 केस मिले जोकि एक दिन पहले शुक्रवार के मुकाबले 10 फीसदी ज्यादा थे. कोरोना के बढ़ते मामलों ने एक बार फिर से केंद्र सरकार और राज्य सरकार को हरकत में ला दिया है. राज्यों ने संक्रमण से बचने के लिए प्रतिबंधों को दोबारा लागू कर दिया है.
फिर से कोरोना संक्रमण ने पकड़ी रफ्तार
कोविड की पहली और दूसरी लहर में देश में सबसे ज्यादा मामले मुंबई और दिल्ली से सामने आए थे और एक बार फिर से यहीं से कोविड के मामलों में तेजी आना शुरू हो गई है. दोनों महानगरों मे कोरोना जिस रफ्तार से बढ़ रहा है उससे यह सवाल उठने लगा है कि क्या देश में कोविड की तीसरी लहर की शुरुआत हो चुकी है?.
दिल्ली में एक दिन में 38 फीसदी की बढ़ोतरी
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 13 जून के बाद 25 दिसबंर को सबसे ज्यादा मामले दर्ज किए गए. अगर संक्रमण दर की बात करें तो यहां कोविड पॉजिटिव दर में भी तेजी आई है. दिल्ली में अब पॉजिटिव दर बढ़कर 0.43 हो गई है. शनिवार को दिल्ली में 249 मामले दर्ज किए गए जबकि वहीं एक दिन पहले शुक्रवार को 180 मामले सामने आए थे. ताजा मामले दिखाते हैं कि दिल्ली में एक दिन के अंदर कोरोना संक्रमण मामलों में 38 फीसदी का उछाल आया है. दिल्ली में इस समय कोरोना के कुल 934 सक्रिय मामले हैं.
मुंबई में 10 फीसदी की रफ्तार
महाराष्ट्र में एक बार फिर से कोरोना के तांडव का संकट मंडराने लगा है. कोविड की दूसरी लहर के दौरान संक्रमण के सबसे अधिक मामले मुंबई से ही सामने आए थे. अब लगभग 182 दिनों बाद फिर से कोविड के रिकॉर्ड मामले दर्ज किए गए. मुंबई में शनिवार को 757 नए मामले मिले. महाराष्ट्र में कोविड के मामलों में तेजी आने के पीछे सबसे बड़ा कारण ओमिक्रॉन वेरिएंट माना जा रहा है. इससे पहले मुंबई में 24 जून को सबसे ज्यादा मामले सामने आए थे. हालांकि राहत की बात यह है कि पिछले 24 घंटे में माया नगरी में किस की भी कोविड संक्रमण से मौत नहीं हुई है.
एक्सपर्ट दे चुके हैं चेतावनी
गौरतलब है कि इससे पहले स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने ओमिक्रॉन को लेकर गंभीर चेतावनी दे चुके हैं. एक्सपर्ट ने कहा था कि ओमिक्रॉ वेरिएंट दिसंबर महीने के अंत और नए साल के शुरुआती महीनों में ज्यादा खतरनाक रूप ले सकता है. अब जिस तरह से पूरे देश में कोरोना के मामलों में तेजी आई है उससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि क्या अब कोविड की संभावित तीसरी लहर आ चुकी है. PLC