R वैल्यू महामारी को लेकर सरकार ने दी चेतावनी

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नई दिल्ली. भारत में कोरोना वायरस एक बार फिर मजबूत होता नजर आ रहा है. इस बात के संकेत सरकार ने मंगलवार को दिए हैं. आंकड़े बता रहे हैं कि 8 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में रिप्रोडक्शन नंबर या R वैल्यू 1 से ज्यादा हो गई है. आशंका जताई जा रही है कि आने वाले कुछ दिनों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ सकते हैं. R वैल्यू उन लोगों की संख्या का अनुमान लगाती है, जिन्हें औसतन एक संक्रमित व्यक्ति बीमारी पहुंचा रहा हो. 1 वैल्यू का मतलब है कि हर संक्रमित व्यक्ति औसतन एक और व्यक्ति को बीमार कर रहा है. वैल्यू 1 से ज्यादा होने का मतलब है कि महामारी ताकतवर हो रही है और मामले अभी बढ़ेंगे.

कोविड-19 टास्क फोर्स के प्रमुख, डॉक्टर वीके पॉल ने कहा कि ज्यादा संक्रामक डेल्टा वेरिएंट के साथ रिप्रोडक्शन नंबर या आर वैल्यू में बढ़त का मतलब है कि भारत में महामारी का प्रकोप जारी है और यह अभी खत्म नहीं हुआ है. वहीं, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के आंकड़े बताते हैं कि 8 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में आर वैल्यू 1 से ऊपर जा चुकी है. इनमें हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर (1.4), लक्षद्वीप (1.3), तमिलनाडु, मिजोरम, कर्नाटक (1.2), केरल और पुडुचेरी (1.1) का नाम शामिल है.

पॉल ने कहा, ‘हमें यह याद रखना होगा कि इस आंकड़े का 0.6 और इससे नीचे आना जरूरी है. अगर कुछ राज्यों में यह बढ़ रहा है, तो वास्तव में चिंता करने वाली बात है. यह बताता है कि वायरस फैलना चाहता है और हमें इसे रोकना होगा.’ इसके अलावा उन्होंने सबसे जोखिम आयुवर्ग वालों के टीकाकरण को लेकर भी चिंता जाहिर की. उन्होंने कहा, ’45-60 आयुवर्ग में 52% लोगों को पहला डोज मिल गया है और 19.4% ने दूसरा डोज प्राप्त कर लिया है. 60 साल से ज्यादा के आयुवर्ग ने 55.6% ने पहला और 27% ने दूसरा डोज हासिल कर लिया है. बढ़ी उम्र एक रिस्क फैक्टर है.’

उन्होंने कहा कि बुजुर्ग आयुवर्ग के टीकाकरण की रफ्तार बढ़ानी होगी. यह भविष्य में होने वाली बढ़त के लिए जरूरी तैयारी होगी. उन्होंने केरल में बढ़ रहे एक्टिव केस के आंकड़ों पर खास चिंता जाहिर की है. मंत्रालय ने कहा कि बीते तीन महीनों में पहली बार भारत में वीकली पॉजिटिविटी रेट 2 फीसदी से कम रही है. 27 जुलाई और 2 अगस्त के बीच वीकली पॉजिटिविटी रेट 1.98 फीसदी पर था.

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा, ‘हालांकि, उन इलाकों और जिलों की संख्या सीमित है, जहां केस पॉजिटिविटी ज्यादा देखी गई है और 44 जिलों में पॉजिटिविटी रेट 10 फीसदी से ज्यादा दर्ज किया जा रहा है.’ मंत्रालय ने जानकारी दी है कि 1 अगस्त को खत्म हुए सप्ताह में देश के 57 जिलों में रोज 100 से ज्यादा मामले मिले. जबकि, 1 जुलाई को ऐसे जिलों की संख्या 107 थी. PLC.

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