व्रत में न करें इन चीजों का सेवन

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शारदीय नवरात्रि मतलब देवी मां की आराधना का महापर्व। सनातन धर्म में इस पर्व की खास अहमियत है। अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि यानी आज 7 अक्टूबर 2021 दिन बृहस्पतिवार से शारदीय नवरात्रि आरम्भ हो गए हैं। इस वर्ष दो तिथियां एक साथ पड़ने के कारण नवरात्रि आठ दिन के हैं। दुर्गा मां का ये पवित्र त्यौहार 14 अक्टूबर को महानवमी को ख़त्म होगा। वही इन नौ दिनों के चलते कई लोग माता का आशीर्वाद पाने के लिए एक दिन का व्रत रखते हैं। हालांकि, इस के चलते व्रत रखने की एक वजह और भी है। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि सीजन बदल रहा है, तथा यही वो वक़्त होता है जब लोग अक्सर बीमार पड़ते हैं, इसलिए ऐसे जलवायु बदलाव की आदत डालने के लिए व्यक्ति 9 दिनों तक उपवास रखते हैं। इस के चलते भक्त सिर्फ फल खाते हैं तथा तरल आहार पर होते हैं।

नीचे दिए गए नौ दिनों के उपवास के सुझावों तथा आहार का पालन करें जो इस पर्व के लिए फिट और स्वस्थ रहने में सहायता करेंगे:-

दिन 1- दिन 3:-
पहले तीन दिन (दिन 1-3) सफाई के लिए होते हैं जिसमें हरे आलू, सफेद कद्दू, लाल कद्दू, लौकी, हरी मूंग, राजगिरा तथा एक तरह का अनाज से बने सूप का सेवन करना चाहिए। मेटाबॉलिज्म को दुरुस्त रखने के लिए नारियल पानी तथा फलों के सलाद का सेवन करें।

दिन 4 – दिन 6:-
आने वाले तीन दिन (दिन 4-6) आपके शरीर को पोषण देने के लिए हैं। पोषण के लिए घी के साथ एक तरह का अनाज, राजगिरा या मोरईओ खिचड़ी, सेब, केला, अंजीर, खुबानी आदि से बने फलों का सलाद का सेवन करना चाहिए। भोजन के लिए राजगिरा अथवा एक तरह का अनाज, समा या मूंग की खिचड़ी से बनी रोटी अथवा पैनकेक खाना चाहिए। सूखे मेवे, नारियल पानी, सब्जियों का सूप आदि।

दिन 7 – दिन 9:-
आखिरी तीन दिन (दिन 7-9) इम्युन सिस्टम तथा ऊर्जा के निर्माण के लिए हैं। इन दिनों में सफेद कद्दू, आमलकी, अनार तथा केले से बनी स्मूदी का सेवन करना चाहिए। खजूर एवं अंजीर को राजगिरा या एक तरह का अनाज रोटी के साथ नारियल की सब्जी, अथवा वेजी तथा साबूदाना या समा से बनी खीर के साथ सम्मिलित करें। PLC

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