जयपुर एजुकेशन समिट में औद्योगिक क्रांति 4.0 पर हुई चर्चा
आई एन वी सी न्यूज़
जयपुर,
भारद्वाज फाउंडेशन, जयपुर के संस्थापक अध्यक्ष एवम् प्रसिद्ध मोटिवेशनल और मैनेजमेंट गुरु जो भारत सरकार की चार कंपनियों के एम डी, सी एम डी रहे हैं पी एम भारद्वाज ने कहा कि अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डिजिटल टेक्नोलॉजी और अन्य आविष्कारों का समग्र उपयोग आवश्यक और महत्वपूर्ण हो गया है। वे भारद्वाज फाउंडेशन, जयपुर की नॉलेज पार्टनरशिप में क्रेडेंट टी वी द्वारा आयोजित की जा रही एजुकेशन स्मिट में इंडस्ट्रियल रिवोल्यूशन 4.0 एवम् नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 के विषय में आयोजित वेबीनार में मॉडरेशन करते हुए बोल रहे थे।
इसी वेबीनार के पेनेलिस्ट संयुक्त राष्ट्र के आई एल ओ के आई टी सलाहकार और स्वच्छ भारत अभियान के एंबेसेडर डॉ. डी पी शर्मा ने अपने विचारों में कोरोना के कारण बने परिवेश को ध्यान में रखते हुए मशीन से मशीन के संवाद की उपयोगिता और गुणवत्ता के साथ मानव जीवन के उत्थान, टेक्नोलॉजी से उत्पन्न कठिनाई जैसे कार्बन उत्सर्जन और उसके समाधान के बारे में बताया।
राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. आर ए गुप्ता ने कृषि में टेक्नोलॉजी से हुए सफल प्रयोगों के उदाहरण से विषय पर प्रकाश डाला तथा उद्योगों को आवश्यकता के अनुसार विद्ध्यार्थियों के सिलेबस में परिवर्तन तथा इंडस्ट्री से इन्टरफेसिंग हेतु भारद्वाज फाउंडेशन के साथ एम ओ यू करने का प्रस्ताव भी रखा।
मणिपाल युनिवर्सिटी के अध्यक्ष डॉ. जी के प्रभु ने क्रमवार आधुनिक तकनीक के उद्योग में प्रयोग के लाभ और इससे उत्पन्न चुनौतियों और उनके समाधान पर अपने उत्कृष्ट विचार प्रकट किए।
उद्योग जगत का प्रतिनिधित्व करते हुए जीनस पावर इन्फ्रास्ट्रक्रचर लि. के डायरेक्टर श्री एस एन विजयवर्गीय ने नई तकनीक के उपयोग के लिए नए नए कौशल और ट्रेनिंग पर जोर देते हुए कहा कि इ वी और पी वी से सी वी उत्तम हो सकता है।
इस वेबीनार में श्री मन मोहन शर्मा, श्री ए एन वर्मा सहित सैकड़ों छात्र, शिक्षक, उद्योग जगत के लोग जुड़े हुए थे