22 साल के भतीजे संग भागी चाची

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समिति सदस्य गिरीश गुर्जर ने बताया कि फिलहाल नाबालिग का सखी वन स्टॉप में अस्थाई रूप से प्रवेश करवाया गया है। उसके माता-पिता को भी बुलाया है। माता पिता के आने के बाद नाबालिग और उसकी 1 वर्षीय बालिका के सर्वोत्तम हित को देखते हुए नियमानुसार निर्णय लिया जाएगा। नाबालिग मां के पति ने अक्टूबर 2021 में महिला थाने में उसके अपहरण का मामला दर्ज करवाया था। उसके बाद पुलिस ने नाबालिग मां को ढूंढने के काफी प्रयास किये लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल पाया। काउंसलिंग के दौरान नाबालिग ने बताया कि वह सिम बदल-बदलकर बात करती थी। बाद में उस सिम को तोड़ देती थी। इस कारण परिजन और पुलिस उसे पकड़ नहीं सके। लेकिन पुलिस ने आखिरकार भागदौड़ उसे ढूंढ निकाला। गिरीश गुर्जर ने बताया कि नाबालिग अक्टूबर में धौलपुर से भागने के बाद हरियाणा चली गई। वहां भतीजे के साथ प्राइवेट नौकरी की और अच्छे से जीवन व्यतीत करने लगी थी। नाबालिग ने बताया कि उसका पति उसकी उम्र से काफी बड़ा है। इसलिये वह उसे पसंद नहीं करती और उसके साथ भी नहीं रहना चाहती है।
 
 धौलपुर जिले में मध्य प्रदेश की रहने वाली 16 वर्षीय लड़की के माता-पिता ने उसकी शादी धौलपुर के एक 45 वर्षीय व्यक्ति से करवा दी। लड़की को यह स्वीकार नहीं हुआ तो वह अपने जेठ के 22 वर्षीय पुत्र को दिल दे बैठी। बाद में उसके साथ भाग गई। लड़की के ससुराल वालों ने महिला थाने अपरहण का मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने लड़की को बरामद कर बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया। वहां नाबालिग की काउंसलिंग के बाद उसे सखी वन स्टॉप सेंटर भेज दिया गया है। बाल कल्याण समिति सदस्य गिरीश गुर्जर के अनुसार नाबालिग मप्र की रहने वाली है। करीब डेढ़ वर्ष पहले उसके माता-पिता ने उसकी शादी उसकी मर्जी के खिलाफ धौलपुर निवासी 45 वर्षीय एक व्यक्ति से करवा दी। उसके बाद उसे एक बेटी हुई। उसने बताया कि वह अपने पति के साथ नहीं रहना चाहती है। उससे तलाक लेकर अपने माता-पिता के पास रहना चाहती है। PLC
 

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