संजय राय ,
आई एन वी सी ,
हरियाणा ,
हरियाणा के पूर्व संसदीय सचिव व प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता रणसिंह मान ने कहा कि सरकार की उपलब्धियों व कामकाज पर वही लोग उंगली उठा रहे है जिन्हें या तो हताशा ने घेर लिया है श फिर केवल नकारात्मक राजनीति में ही अपना भविष्य देखते हैं। राजनीति में यह स्थिति अकसर बड़े नेताओं व दलों को झूठ बोलने व भ्रमित प्रचार चलाने को मजबूर कर देती है। हरियाणा में यह हालात विपक्ष के अतीत के कम्रण है। प्रदेश में विपक्ष किसी अजूबे से कम नहीं है। जेबीटी भर्ती घोटाले में ओमप्रकाश चौटला व उनके बेटे अजय चौटाला के जेल जाने के बाद मैदान में उतरे अजय चौटाला के बेटे दिग्विजय सिंह ने हाल ही में भिवानी के वैश्य कालेज के कैम्पस में एक टीवी चैनल की एक घंटे की बहस में पूरे जोश खरोश के साथ हिस्सा लिया। लेकिन अपने दादा ओमप्रकाश चौटाला के छह साल के शासन का एक भी काम नहीं गिनवा सके। जबकि उस दौरान केन्द्र में एनडीए की सरकार थी व अजय चौटाला भिवानी लोकसभा सीट से इनेलो के सांसद भी रहे। दरअसल चौ. देवीलाल के जिंदा रहते इनेलो में चौटला परिवार के लिए धन संग्रह करने वालों का बोलबाला हो चुका था। इसी पैमाने से पार्टी में कद तय होने लगा था। अलग मत वालों के लिए पार्टी में कोई जगह नहीं बची थी। अनुचित धन संग्रह को छिपाने व खपाने के लिए पारिवारिक ट्रस्ट खड़े कर दिए गए। जनता, नियम सब भूला दिए गए। और उसी का खामियाजा यह परिवार भुगत भी रहा है। अब झूठ ही इस परिवार का सहारा है। भाजपा भी कई बार गठबंधन के साथ शासन में रही पर गिनाने लायक बात उनके पास भी नहीं वे ओर ही चीजों सुप्रीमों में व्यस्त रहे। अपने पिता चौ. भजनलाल के शासनकाल में फरीदाबाद व गुडग़ांव के हीरों थे पर जनता के लिए जीरों रहे। हरियाणा में विपक्ष को सत्ता जनता की सेवा के लिए नहीं, अपने व अपनों के लिए चाहिए। ऐसे दिवालिया विपक्ष से किसी सरकार के अच्छे कामों की प्रशंसा सुनने की उम्मीद नहीं की जा सकती। विपक्ष को खुशी की बजाय तकलीफ है कि हुड्डा सरकार ने हर वर्ग के लिए कुछ न कुछ किया है व विकास के हर पैमाने में हरियाणा को देश में अग्रणी विकसित राज्यों ला खड़ा किया है