उर्जा मंत्रालय की उस योजना में शहर के बकायेदारों ने ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाई है, जिसमें बकाया वसूलने के लिए 40 फीसदी की छूट दी जा रही है। इसके चलते बिजली कंपनी बकाए को बिल में जोडऩे वाली है। दिसंबर में जारी होने वाले बिलों में बकाया दिखने लगेगा। इस बकाए को 15 दिसंबर तक भरने का मौका है। बकाया स्थगित होने से वह बिल में नहीं दिख रहा था। बिल में नहीं दिखने के कारण उसमें भरने में रुचि नहीं दिखाई।
कोविड-19 के संक्रमण के चलते बड़ी संख्या में लोगों की आर्थिक हालत खराब हो गई थी। बिजली के बिल माफ करने की मांग उठने लगी थी। लोगों की स्थिति को देखते हुए सरकार ने बकाये को स्थगित (फ्रीज) कर दिया था। यह बकाया उन बकायेदारों का फ्रीज किया गया था, जिनका लोड 1 हजार वाट था। 31 अगस्त 2020 की स्थिति तक का पूरा बकाया स्थगित हो गया था। सरकार के इस फैसले से शहर के हजारों लोगों को इसका फायदा मिला था। लेकिन अब बिजली कंपनियों की हाल खराब है। इसके चलते सरकार ने इस पैसे को वसूलने का फैसला लिया है। समाधान योजना लागू की है। एक मुश्त जमा करने पर 40 फीसदी की छूट दी जा रही है और ब्याज पूरा माफ किया जा रहा है। ऊर्जा विभाग की गाइड लाइन जारी होने के बाद बिजली कंपनी ने बकायेदारों को नोटिस भेजने शुरू कर दिए थे, लेकिन बकाया भरने में दिलचस्पी नहीं दिखाई। क्योंकि वह बकाया बिल में नहीं दिख रहा है। बकायेदारों को राशि बिल में दिख सके, उससे अगले महीने से जोड़ दिया जाएगा। शहर में 1 दिसंबर से नई बिलिंग साइकिल शुरू होनी है।
इस गाइड लाइन के तहत मिलेगा योजना का लाभ
-बकाए की स्थगित राशि का एक मुश्त जमा करते हैं तो बिल में 40 फीसदी की छूट मिलेगी। ब्याज पूरा माफ हो जाएगा। जैसे कि 10 हजार का बकाया स्थगित हुआ था। एक मुश्त जमा करने पर 6 हजार ही जमा करने पड़ेंगे। बकाए का 6 किश्तों में जमा करना चाहते हैं तो बकाये पर छूट 25 फीसदी मिलेगी। अधिभार की राशि 100 फीसद माफ किया जाएगा। मूल बिल में 25 फीसदी की माफी मिलेगी। 10 हजार का बिल बकाया है तो 2 हजार 500 रुपए की माफी मिलेगी। 7 हजार 500 रुपए 6 किस्तों में जमा करना होगा। बकायेदार को जो माफी दी जा रही है, उसका आधा पैसा बिजली कंपनी व आधा सरकार वहन करेगी। इस योजना का लाभ 15 दिंसबर तक ले सकते हैं। 31 अगस्त 2020 तक स्थगित राशि पर ही योजना का लाभ मिलेगा। हजार वाट लोड वाले उपभोक्ताओं की राशि को स्थिगित किया गया था। PLC

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