आई.एन.वी.सी,,
मुंबई,,
बंगाली फीचर फिल्म ”नोबेल चोर” (अंग्रेजी नाम : नोबेल थीफ ) के निर्माताओं के लिए एक अच्छी खबर है कि उनकी फ़िल्म का चुनाव ‘ ५५ बी एफ आई लन्दन फिल्म महोत्सव’ में हुआ है. निर्माता अश्विनी शर्मा बहुत ही खुश हैं अपनी फ़िल्म के चयन से, उन्होंने बताया कि, ”फ़िल्म ”नोबेल चोर” को १२ से २७ अक्तूबर तक होने वाले बी एफ आई लंदन फिल्म महोत्सव २०११ में स्क्रीनिंग के लिए चुना है. दो बार इस फ़िल्म को दिखाया जाएगा और यह फिल्म यूरोपीय प्रीमियर के रूप में प्रस्तुत की जायेगी.”
सुपर स्टार मिथुन चक्रवर्ती ने भानु का मुख्य किरदार अभिनीत किया है जिसे रवींद्रनाथ टैगोर का चोरी हुआ नोबेल पदक मिलता है जो २००४ में शांति निकेतन से चोरी हो गया था. जब भानु को यह कीमती पदक मिलता है. तो वो क्या करता है इस पदक का? यही सब घटनाक्रम दिखाया है निर्देशक सुमन घोष ने अपनी फिल्म ‘नोबल चोर’ में. इस फ़िल्म में लोकप्रिय बंगाली अभिनेता सौमित्र चटर्जी मास्टर मोशाय की भूमिका में हैं इनके अलावा हर्ष छाया और रूपा गांगुली भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं.
इससे पहले ‘१६ बुसान अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह में एशियाई सिनेमा की श्रेणी के अंतर्गत फिल्म “नोबेल चोर” का विश्व प्रीमियर किया जाएगा. ६ अक्टूबर से – १४ अक्टूबर २०११ तक चलने वाले इस फिल्म समारोह में ३ बार इस फिल्म की स्क्रीनिंग होगी.
निर्देशक सुमन घोष व निर्माता अश्विनी शर्मा का मानना है कि, ‘बुसान अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव’ एशिया में सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण फिल्म महोत्सव है और इसमें किसी भी फिल्म को स्थान मिलना बहुत ही सम्मान की बात है.’