आई एन वी सी न्यूज़
नई दिल्ली,
जयपुर में आयोजित जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में बंगलादेश की प्रख्यात लेखिका सुश्री तस्लीमा नसरीन ने कई ऐसे मुद्दे रखे हैं, जिनसे हिंदुस्थान में छद्म सेक्यूलरिस्टों के और जेहादी कट्टरपंथियों के कारनामों की जानकारी मिलती है ।
उदाहरणार्थ:-
- जब सुश्री नसरीन हिंदुओं के खिलाफ लिखती हैं तो कुछ नहीं होता किंतु मुस्लिम कट्टरपंथ के खिलाफ लिखने पर उनके खिलाफ फतवा जारी कर दिया जाता है ।
- फतवा जारी करने वालों को दिखावटी पंथनिरपेक्ष दलों का संरक्षण रहता है ।
- कोलकाता में उनके खिलाफ फतवा देने वाले लोग मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के दोस्त हैं ।
- जयपुर फेस्टिवल के आयोजक संजय राय ने आश्वासन दिया कि तस्लीमा नसरीन और सलमान रुश्दी जैसे लेखकों को भविष्य में नहीं बुलाया जाएगा ।
ध्यान देने योग्य बात यह है कि उक्त लिटरेचर फेस्टिवल में सादिया देहलवी लेखिका ने कहा कि कट्टरपंथी इस्लाम की मूल अवधारणा को हाईजैक कर रहे हैं ।
अतः निवेदन है कि सुश्री तस्लीमा नसरीन के इस अनुरोध को कि हिंदुस्थान में समान सिविल संहिता लागू की जाए, शीघ्र कार्यान्वित किया जाए । साथ-साथ तसलीला नसरीन और सादिया देहलवी जैसी निष्पक्ष लेखिकाओं को प्रोत्साहित किया जाए ।
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