सी.एम हाउस से होते है नौकरियों के रेट तय

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20 लाख युवाओ से फॉर्म भरवाने के नाम पर 200 करोड़ लुटे खट्टर सरकार ने : जयहिंद


20 लाख युवाओं को दिए गये 10 धोखो के जवाब दे सी.एम खट्टर : जयहिंद


आई एन वी सी न्यूज़
रोहतक ,

आज रोहतक में प्रेस कांफ्रेंस में आम आदमी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष नवीन जयहिंद ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने सबसे पहले हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमिशन के घोटाले को 2 साल पहले उजागर किया था, और  जिन खट्टर साहब को हम सभी एक अनुभवहीन नौसिखिये मानते थे वो तो कमाल के खिलाडी निकले।

जयहिंद ने आगे कहा कि खट्टर साहब पारदर्शिता- पारदर्शिता चिल्लाते रहे और पर्दे के पीछे नौकरियों की मंडी चलते रहे है । खट्टर साहब नौकरी –भर्तियों की मंडी के बड़े व्यापारी बन चुके है, आज दो- चार बाबुओं को बलि का बकरा बनाकर वाह- वाही लूट रहे हैं। असली घोटालों की लिस्ट तो मुख्यमंत्री खट्टर के ऑफिस में बनती है, ऑफिस पर सीबीआई की रेड हो |

पिछले 2 साल से आम आदमी पार्टी  लगातार इस मुद्दे को उठाती रही है कि पिछली सरकार में तो नौकरियां पर्चियों से ही मिलती थी लेकिन खट्टर ने  तो मंडी ही लगा दी।

जयहिंद ने खट्टर पर आरोप लगते हुए कहा कि  आज से नही खट्टर सरकार ने शुरू से ही युवाओं को धोखा दिया है।

पहला धोखा-

ऐसे- ऐसे लोगों को एचएसएससी के मेम्बर लगा दिया जो आंगनवाड़ी वर्कर तक लगने लायक नही थे। ऐसे लोग स्कूल लेक्चरर और टैक्सेशन इंसपेक्टर के इंटरव्यू ले रहे हैं जो खुद क्लर्क लगने लायक नही थे।

दूसरा धोखा-

झूठा प्रचार किया कि हमने इंटरव्यू के अंक कम करके 12.5% कर दिए। हकीकत ये थी कि 200 अंक की लिखित परीक्षा पर पहले भी इंटरव्यू 25 अंक का होता था और अब भी200 अंक का 12.5% वही 25 अंक बनते हैं। ये 25 अंक पहले भी मनमानी का ब्रह्मास्त्र थे आज भी इन्ही का सौदा होता है।

तीसरा धोखा-

एचएसएससी चैयरमैन की रिश्वत के लेन- देन से सम्बंधित फोन रिकॉर्डिंग खुलेआम सोशल मीडिया में वाइरल हो जाने के बाद भी आप विधानसभा में सदन को जांच का आश्वासन देकर मामले को दबा गए।

चौथा धोखा-

एचएसएससी चैयरमैन की जांच करवाने की बजाय आपने अपनी पार्टी के नेताओं तक की मांग को अनसुना करते हुए गुपचुप तरीके से उसे ‘बैक डेट’ में सेवा विस्तार दे दिया।

पाँचवां धोखा-

विभिन्न परीक्षाओं के प्रश्नपत्र लीक होते रहे। खट्टर सरकार ने  मुद्दे को कभी गम्भीरता से नही लिया। जब कभी ज्यादा दबाव आया तो एस आई टी जांच का शिगूफा छोड़कर लीपापोती कर दी गई। ना कभी दोषी पकड़े गए ना कभी न्यायालय के समक्ष सबूत रखे गए। परिणाम ये हुआ कि दलाल अपना खेल खेलते रहे और एचएसएससी को ‘क्लीन चिट’ मिलती गई।

छठा धोखा-

विभिन्न बहानो से भर्तियाँ लटकाई गई। आंदोलित युवाओं के साथ बातचीत के बहाने बिचौलिए बनाकर खट्टर सरकार ने अपने ही एक पूर्व ओएसडी को युवाओं का मसीहा बनाकर पेश किया। सरकार ने भर्तियाँ जानबूझकर लटकाई इसका सबसे बड़ा प्रमाण ये है कि एक- एक साल से लटकी भर्तियों पर चल रहे सभी मुकद्दमे आपके पूर्व ओएसडी के साथ कैंडिडेट्स की मीटिंग होते ही अगली ही डेट पर निबट जाते रहे हैं।

सातवां धोखा-

भर्तियों में धांधली की अनगिनत शिकायतें आती रही। मुख्यमंत्री खट्टर ने कभी भी कैंडिडेट्स की शिकायतों पर ध्यान नही दिया। जब भी लोग भर्तियों से सम्बंधित अपनी शिकायतें लेकर आपसे मिले आपने उन्हें दुत्कार दिया।

आठवां धोखा–

मोदीजी द्वारा 3 वर्ष पूर्व भर्तियों में इंटरव्यू खत्म करने की घोषणा के बावजूद आपने इस व्यवस्था को बनाए रखा। अब जब अधिकतर भर्तियों के इंटरव्यू हो चुके हैं तब आप इसे खत्म करने की घोषणा कर रहे हैं।

नौवां धोखा–

सरकार ने दावा किया था कि खट्टर सरकार ने सभी रिफॉर्म्स लागू कर दिए। बाकी की तो छोड़िए वायदा करने के बावजूद खट्टर सरकार ने इंटरव्यू की वीडियो रिकॉर्डिंग नही करवाई।

दसवां धोखा–

पूर्व सरकार पर भर्तियों में मनमानी का आरोप लगाते रहे और उनके समय एचपीएससी के मुखिया रहे तीन में से दो लोग आज आपके चहेते हैं। एक को आपने राज्यसभा भेज दिया और दूसरे को (भड़ाना साहब) आज भी खट्टर साहब पारदर्शिता का झंडाबरदार बताते हैं।

जयहिंद ने कहा कि खट्टर सरकार ने अब भी केवल राजनीतिक स्टंट किया है। जब भर्तियों में लेनदेन का मामला सभी को दिखाई देने लगा तो उन्होंने कुछ क्लर्कों को बलि का बकरा बनाकर एचएसएससी चैयरमैन और सदस्यों को बचा लिया। असली खेल तो इंटरव्यू के  25 अंको का है जिनका हिसाब एचएसएससी चैयरमैन और मेम्बर्स के पास है। उनको खट्टर सरकार ने  क्लीन चिट दे दी।

काहे को मूर्ख बनाते हैं साहेब?

जयहिंद ने कहा कि सबको पता है कि भ्रष्टाचार का रेनकोट पहनकर खट्टर साहब नहा रहे है और 20 लाख युवाओं से फॉर्म भरवाने के नाम पर 200 करोड़ लुट लिए ।

हरियाणा की मनोहर सरकार के 3:30 साल के कार्यकाल में अभी तक 19 बार पेपर लीक हो चुके

साढ़े 3 साल में 24000 नौकरियां देने का दावा किया जा रहा है रैकेट के पकड़े जाने से यह साफ हो गया कि अब तक जितनी नौकरियां मिली है बिना मोटे पैसे की नहीं दी गई और इस काम में हरियाणा सरकार के मंत्री भाजपा नेता और अधिकारी शामिल हैं

मुख्यमंत्री मनोहर लाल यह बताएं कि जिस दिन 25 अगस्त 2017 को पंचकूला जल रहा था उस समय हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के कार्यालय के अंदर कुछ कर्मचारी क्या कर रहे थे खट्टर साहब तो शायद ना बताए लेकिन वहाँ  जिन आदमियों से पैसे लिए गए थे उनके नंबर बदल रहे थे|



 

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