आई.एन.वी.सी.
दिल्ली,,
प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने आज यहां कांस्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया द्वारा प्रकाशित भारत के सांसदों की पत्रिका सेंट्रल हॉल का विमोचन किया ।
इस अवसर पर बोलते हुए प्रधान मंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने कहा कि संसद विचारों के आदान-प्रदान, बहस और कानून बनाने का प्राथमिक मंच है, इसलिए हम सबका यह दायित्व है कि देश के प्राथमिक विधायी मंच होने के नाते संसद के इन कार्यों को भुलाया न जाए । यह वास्तव में समकालीन राजशासन, समाज और अर्थव्यवस्था जैसे महत्वपूर्ण मुख्य मुद्दों पर विचारों के आदान-प्रदान का मंच है । उन्होंने कहा कि इनके अलावा अन्य मामले भी हैं जो जनता का ध्यान आकृष्ट करते हैं और वे हैं निर्वाचनीय सुधार, राजनीतिक दलों को धन प्राप्त होने के तौर-तरीके और सकारात्मक कार्य की प्रभावशीलता या प्रभावशीलता की कमी से संबंधित मामले जो भारतीय संविधान के प्रमाण चिह्न है । श्री मनमोहन सिंह ने कहा कि इन सभी मामलों में सजग या जानकार बहस की जरूरत है । उन्होंने आशा व्यक्त की कि कांस्टीट्यूशन क्लब की यह इन-हाउस पत्रिका हमारी राष्ट्रीय राजनीति से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों पर बहस और विचारों के आदान-प्रदान का अवसर प्रदान करेगी । अपने भाषण के अंत में प्रधान मंत्री ने सेंट्रल हॉल पत्रिका की प्रबंध परिषद और सम्पादकीय मंडल को इस पहल के लिए एक बार पुन: बधाई दी और उम्मीद जताई कि यह न केवल मनोरंजन बल्कि राष्ट्रीय महत्व के मुख्य मुद्दों पर वास्तविक बहस का मंच सिद्ध होगी ।