शिक्षा की कमी की वजह से डायन प्रथा का शिकार हो रही है महिलाएँ : डॉ0 लुईस मरांडी

0
12

डॉ0 लुईस मरांडीआई एन वी सी न्यूज़
राँची,
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि डायन प्रथा सभ्य समाज के लिए शर्मनाक है। विगत कई वर्षों से डायन प्रथा के नाम पर निर्दोष लोगों की हत्या की जा रही है, जो अत्यंत निंदनीय है। मुख्यमंत्री आज कांके रोड स्थित अपने आवास से डायन प्रथा के विरूद्ध जागरुकता चलाने हेतु जागरूकता रथों को रवाना कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने डायन प्रथा के विरुद्ध जन-जागृति हेतु सी0डी0 का भी विमोचन किया। मुख्यमंत्री श्री दास ने कहा कि डायन प्रथा के उन्मूलन हेतु जागरूकता रथ के माध्यम से आम जनता के मन में अंधविश्वास को दूर किया जाएगा एवं इस शर्मनाक प्रथा का समूल नाश किया जाएगा। यह केवल सरकार या प्रशासन ही नहीं बल्कि राज्य के प्रत्येक नागरिक की महती जिम्मेवारी है कि डायन-बिसाही प्रथा को जड़ से उखाड़ने में अपना योगदान दें। ऐसी किसी भी अप्रिय घटना की पुनरावृति नहीं हो इसी संकल्प के साथ आज इस जागरूकता रथ को रवाना किया जा रहा है।

श्री दास ने कहा कि एक ओर जहां मनुष्य आज अंतरिक्ष की यात्रा कर रहा है, विज्ञान के नए-नए आयाम को छू रहा है, वहीं दूसरी ओर हमारे राज्य में प्रचलित डायन प्रथा हमारे समक्ष एक प्रश्न चिन्ह है। उन्होंने कहा कि झारखण्ड के जंगलों में विभिन्न प्रकार की जड़ी-बूटियां पाई जाती है। हमारे पूर्वज इन स्वास्थवर्धक औषधीय जड़ी-बूटियों से ग्रामीणों का ईलाज करते आए हैं। सरकार ने निर्णय लिया है कि झारखण्ड के स्थापना दिवस  15 नवम्बर 2015 से प्राकृतिक रूप से उपलब्ध औषधीय पेड़-पौधों में पाए जाने वाले रसायनों से दवा बनाने के लिए गांवों के लोगों को प्रशिक्षित किया जाएगा एवं पंचायत भवनों में ग्रामीणों को साधारण बिमारियों से निजात दिलाने के लिए परम्परागत चिकित्सा पद्धति का इस्तेमाल किया जाएगा।

कल्याण मंत्री डॉ0 लुईस मरांडी ने कहा कि महिलाओं में शिक्षा का अभाव है एवं अंधविश्वास के कारण भोली-भाली ग्रामीण महिलाएं डायन प्रथा का शिकार हो रही है। पंचायत स्तर पर पंचायत प्रतिनिधियों सहित आंगनबाड़ी सेविकाएं/सहायिकाएं भी ग्रामीणों में डायन प्रथा के उन्मूलन के लिए जागरूकता अभियान में सहयोग प्रदान करें।इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सचिव श्री सुनील कुमार वर्णवाल, सचिव खाद्य-आपूर्ति श्री विनय कुमार चौबे, रांची के उपायुक्त श्री मनोज कुमार सहित समाज कल्याण विभाग के पदाधिकारी, एन0जी0ओ0 के प्रतिनिधि एवं गीत-नाट्य दलों के कलाकार उपस्थित थे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here