शिक्षा राष्ट्र के विकास का आधार होती है

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Dr.-Manorama-Singhआई एन वी सी न्यूज़
लखनऊ ,

इन्दिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, क्षेत्रीय केन्द्र लखनऊ ने विशेष अध्ययन केन्द्र मॉडल जेल के बन्दियों को शिक्षित करने के उद्देश्य से जागरूकता गोष्ठी को आयोजन किया। इस अवसर पर इग्नू क्षेत्रीय केन्द्र लखनऊ के क्षेत्रीय निदेशक डा. मनोरमा सिंह ने जेल के बंदियों को सम्बोधित करते हुए अध्ययन केन्द्र पर संचालित बी0पी0पी0, बी0ए0, भोजन एवं पोषण में प्रमाण पत्र, निर्देशन में प्रमाण पत्र, मानवाधिकार में प्रमाण पत्र, एम0ए0 स्तर पर हिन्दी, अर्थशास्त्र, अंग्रेजी एवं समाज शास्त्र, आपदा प्रबंधन में डिप्लोमा, अनुवाद अध्ययन में डिप्लोमा, पोषण एवं स्वास्थ्य शिक्षा में डिप्लोमा आदि पाठ्यक्रमों में प्रवेश हेतु प्रेरित किया। इस अवसर उन्होनें यह भी कहा कि शिक्षा किसी भी राष्ट्र के विकास का आधार होती है। शिक्षा के माध्यम से मानवीय मूल्यों का विकास सम्भव है। भारत जैसे विकासशील राष्ट्र में कौशल विकास आधारित पाठ्यक्रमों की आवश्यकता है। इस दिशा में इग्नू द्वारा विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लगभग 226 पाठ्यक्रम जिसमें सार्टिफिकेट, डिप्लोमा, स्नातक एवं परास्नातक संचालित किये जाते हैं। यह सभी पाठ्यक्रम भारतीय विश्वविद्यालय संघ (एआईयू) के सभी सदस्य संस्थानों द्वारा मान्यता प्राप्त है और सभी भारतीय विश्वविद्यालयों/मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों, संस्थानों की उपाधियों/डिप्लोमा/ प्रमाण पत्रों के समतुल्य है।

डॉ0 रीना कुमारी, सहायक क्षेत्रीय निदेषक ने बताया कि इन्दिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, (इग्नू) की महत्वपूर्ण विशेषता इसके लचीले प्रवेष नियम, अन्तर्राष्ट्रीय क्षेत्राधिकार, कार्यक्रमों के माड्यूलर उपागम एवं आधुनिक शिक्षा पद्धति के द्वारा षिक्षा प्रदान करना है। प्रत्येक पाठ्यक्रम की न्यूनतम एवं अधिकतम अवधि निर्धारित है। जून और दिसम्बर माह में सत्रांत परीक्षा का आयोजन किया जाता है। साथ ही यह भी बताया कि सत्रांत परीक्षा में बैठने से पूर्व निश्चित समयावधि के भीतर विद्यार्थियों को अपने सत्रीय कार्य को अपने अध्ययन केन्द्र पर जमा करना अनिवार्य होता है। उन्होने बताया कि इग्नू जेल के बन्दियों को निःशुल्क शिक्षा प्रदान करता है। उन्होनें यह भी बताया कि जनवरी 2017 सत्र हेतु प्रवेश की अन्तिम तिथि 07 दिसम्बर 2016 है।

श्री सीताराम शर्मा, प्रशिक्षु अधीक्षक ने जेल के बन्दियों को इग्नू द्वारा संचालित पाठ्यक्रमों में प्रवेश हेतु प्रेरित किया तथा अपने सम्बोधन में बताया कि शिक्षा के द्वारा व्यक्ति अपने व्यक्तित्व का विकास कर सकता है तथा पढ़ाई में व्यस्त रहते हुए तनाव व चिन्ता से बचाव कर सकते हैं। कार्यक्रम के अन्त में श्री प्रषान्त उपाध्याय, जेलर, मॉडल जेल द्वारा धन्यवाद ज्ञापन दिया गया।  इस अवसर पर सुश्री अंजली वर्मा, श्री उमाशंकर जी एवं कार्यरत् कर्मचारी भी उपस्थित रहे।

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