शिक्षक श्री और शिक्षक रत्न अवार्ड फाइनल – कल शिक्षक दिवस पर मिलेगा देश भर के शिक्षको को सम्मान -सिफार्शियों को मिला कूड़ेदान अवार्ड

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justice pn bhadwati,ex chief justice of indiaतुषार अहमद सैफी ,

आई एन वी सी ,
दिल्ली ,
सात दिन और चार कमेटियों ने 16700   से ज़्यादा नामांकन पत्रों में से  देश भर के सौ शिक्षकों को शिक्षक रत्न और शिक्षक श्री अवार्ड के लियें चुन ही लिया ! भूतपूर्व  मुख्य न्यायधीश पी एन भगवती की अध्यक्षता में बनी सभी कमेटियों ने हर रोज़ लगभग आठ से दस घंटे चयन समिती के कार्यालय में सभी योग्य शिक्षको  के हर पहलू का जांचा परखा और आखिर में पूर्व चुनाव आयुक्त जी वी जी कृष्णा मूर्ती की सहमती के साथ भूतपूर्व  मुख्य न्यायधीश पी एन भगवती के दस्तखत के लियें  भेज दिया गया !
आई एन वी सी को सूत्रो के हवाले से पता चला है की इन नामांकन  पत्रों में बहुत सारे ऐसे   पत्र भी थे जिन्होंने अवार्ड के लियें बड़े बड़े मंत्रियों ,सांसदों मुख्यमंत्रियों के शिफारसी पत्र भी लगायें थे परन्तु भूतपूर्व  मुख्य न्यायधीश पी एन भगवती,डॉक्टर भीष्म नारायण सिंह  पूर्व महामहिम और  डॉक्टर महर्षि मुद्गल देव के विरोध के बाद सभी शिफारसी लोगों के नामाकन रद्द  कर दिया गये  और आगे के लियें भी अयोग्य करार दे दिया गया साथ ही कुछ कमिटी मेम्बरों को भी चयन प्रक्रिया  से बहार का रास्ता दिखा दिया गया साथ ही संस्था कुछ अधिकारिओं  को संस्था के सभी पदों से  आजीवन के लियें  पद  मुक्त कर दिया , चयन प्रक्रिया के दौरान देश भर के शिफार्सियों ने चयन  समिती के अधिकारियों पर  अपने आकाओं के ज़रिये दवाव बनाने की कई बार कौशिश भी की !
राष्ट्रीय समता सवतंत्रता मंच के संयोजक महावीर प्रसाद टोरडी ने किसी भी प्रकार  की जानकारी देने से मना करते हुयें कहा की जिनका नाम फाइनल हुआ  है उनको सहमती पत्र भेज दिया गया है तो  दूसरी ओर डॉक्टर महर्षि मुद्गल देव ने कहा की हमारा लक्ष्य कश्मीर  से कन्या कुमारी तक के सभी योग्य शिक्षकों के सम्मानित करना हैं जो शिक्षा के लियें समर्पित है और  जनहितार्थ में शिक्षा को अपना धर्म मानकर साक्षरता के लिय प्रतिबद्ध है ऐसी विभूतियों के लियें किसी शिफारसी की कोई ज़रुरत नहीं है ,इस देश में शिक्षा के स्तर  को नीचे  गिराने में चापलूसों का बहुत बड़ा योगदान है देश में शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत ऐसे योग्य उम्मीदवार भी है जो सिर्फ अपनी योगता पर विशवास रखते है और हम ऐसे देश भर  के सभी शिक्षकों का  स्वागत करते है !
कल वी के कृष्णन मेमन भवन 9 भगवान् दास रोड पर  देश भर के सभी राज्यों से आयें शिक्षकों का दिल्ली में जमावड़ा रहेगा जहां पर  सौ शिक्षकों  को पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त जी वी जी कृष्णा मूर्ती ,भूतपूर्व सी बी आई निदेशक सरदार  जोगिन्दर सिंह  ,बिर्गेडियर बी पी एस लाम्बा और पूर्व पेट्रोलियम मंत्री भारत सरकार संतोष कुमार गंगवार “‘ शिक्षा श्री “” एवं  “” शिक्षा रत्न “” अवार्ड से सम्मानित करेंगे !
 आई एन वी सी को सूत्रों के हवाले कुछ चयनित शिक्षकों  का नाम पता चला है इनमे प्रमुखता से शिक्षा और साक्षरता के लियें राष्ट्रपति पदक से सम्मानित पाच शिक्षकों  का चयन किया गया है जिनमे सुनीता सहाय राजस्थान , सुरेंदर कुमार सुनील बिहार ,वीना  सक्सेना ,कुञ्ज बिहारी शर्मा ,प्रकाश भारद्वाज हिमाचल प्रदेश से प्रमुख है तो दूसरी और O P J S University के कुलपति प्रोफ़ेसर दलेल सिंह ,डॉक्टर राजेश नाइक हैदराबाद ,स्नेहलता बोस इंदौर ,डॉक्टर योगेंदर सिंह नोयडा , सोनिया बवेजा दिल्ली , डॉक्टर राजीव शर्मा विदिशा , राधे श्याम त्यागी दिल्ली प्रमुखता से है !

1 COMMENT

  1. Really a superbly appreciable work because all the teachers selected for award have been selected on the basis of their abilities and enthusiasm to contribute to education and not on the basis of any recommendations etc.

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