वोकेशन कोर्स से होगा बेरोजगारी का सफाया

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vocational programsआई एन वी सी,
शिमला,
राज्यपाल श्रीमती उर्मिला सिंह ने विश्वविद्यालय में रोजगारपरक पाठ्यक्रम आरम्भ करने की आवश्यकता पर बल दिया है ताकि युवाओं को स्वरोजगार के और अधिक अवसर उपलब्ध हो सकें। इससे जहां युवा सही अर्थों में सशक्त व आत्मनिर्भर बनेंगे, वहीं अन्यों को भी रोजगार उपलब्ध करवाने में सक्षम होंगे। राज्यपाल आज चैधरी सरवण कुमार हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय पालमपुर की सीनेट की 20वीं बैठक को सम्बोधित कर रही थीं। राज्यपाल ने कृषि क्षेत्र में अधिक अनुसंधान गतिविधियों की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि इससे जहां फसलों की किस्मों में सुधार होगा, वहीं पैदावार में भी बढ़ौतरी होगी। उन्होंने कहा कि इस उद्देश्य को प्राप्त करने में वैज्ञानिकों का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने वैज्ञानिकों को किसानों को नवीनतम तकनीक के बारे में जागरूक करने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि अनुसंधान के निष्कर्षों को खेतों तक पहुंचाया जाना चाहिए। श्रीमती सिंह ने कहा कि वैज्ञानिकों से ऐसी वैकल्पिक फसलों को चिन्हित करने के लिए कहा जिन्हें बन्दर व अन्य जंगली जानवर नुक्सान न पहुंचा सकें। उन्होंने कहा कि ऐसी फसलें व्यवसायिक रूप से धन उपर्जन करने वाली होनी चाहिएं ताकि किसानों को बाजार में अच्छे दाम मिल सके। राज्यपाल ने किसानों को शिक्षित व जागरूक करने के लिए नियमित रूप से कार्यशाला आयोजित करने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि इससे किसानों को कृषि उत्पादन इत्यादि बारे में नवीनतम तकनीक संबंधी जानकारी उपलब्ध हो सकेगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में सूचना के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव आया है और किसानों तक पहुंचने के लिए आधुनिक संचार साधनों का प्रयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि दूर-दराज क्षेत्रों में दूरदर्शन व रेडियो किसानों को सूचना उपलब्ध करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं जबकि मोबाईल व इंटरनेट सेवाओं का प्रयोग बेहतर संचार के लिए किया जा सकता है। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय प्रशासन को नियमित रूप से बैठक आयोजित करने तथा संसाधन सृजित करने के लिए प्रभावी वित्तीय प्रबन्धन के निर्देश दिए। मुख्य संसदीय सचिव तथा सीनेट के सदस्य श्री सोहन लाल तथा राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के उपाध्यक्ष श्री रवि ठाकुर ने इस अवसर पर महत्वपूर्ण सुझाव दिए। विश्वविद्यालय के कुलपति डा. के.के. कटोच ने राज्यपाल का स्वागत किया तथा विश्वविद्यालय की गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री दीपक सानन, राज्यपाल की सचिव श्रीमती अनिता तेगटा, राज्य सरकार तथा विश्वविद्यालय के अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे।

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