लखनऊ,,
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही ने लखीमपुर खीरी की मोहम्मदी तहसील में वकीलो व लेखपालो के खूनी संघर्ष व दो वकीलो की हत्या के पीछे भी भ्रष्टाचार व घूसखोरी का मामला बताया। श्री शाही ने गोरखपुर स्थित सर्किट हाऊस में पत्रकारो से बातचीत के दौरान कहा कि बसपा सरकार में जाति-आय-निवास प्रमाण पत्र, विधवा पेंशन के लिए खुलेआम रिश्वत ली जा रही है। घूस के बिना प्रमाण पत्र नही मिल पाता है। बसपा सरकार ने इस रिश्वत का नाम सुविधा शुल्क रखा दिया है। सुविधा शुल्क का रेट तय कर दिया गया है। इस घटना का मुख्य कारण भी यही है। श्री शाही जी ने कहा कि वकीलो पर हमला व उनकी हत्या इस बात को उजागर करती है कि बसपा शासन में न्यायिक संस्था भी सुरक्षित नही है। यह घटना प्रदेश के चिन्ताजनक हालात व जर्जर कानून व्यवस्था को उजागर करता है। श्री शाही जी ने कहा कि उ0प्र0 की मुख्यमंत्री को अपनी व अपने मंत्रियों की सम्पत्ति की सार्वजनिक घोषणा करनी चाहिए। चुनाव आयोग के निर्देशो के मुताबिक चुनाव के समय सभी प्रत्याशी अपनी सम्पत्ति का विवरण शपथ पत्र पर देते है। उसी शपथ पत्र के आधार पर मंत्रियो की सम्पत्ति की जॉच होनी चाहिए। श्री शाही जी ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाये बदहाल है। मस्तिष्क ज्वर से लगातार मृत्यु हो रही है। दवाओं की अभी तक उचित व्यवस्था नही है। डेंगू व स्वाइन फ्लू अपना पांव पसार रहा है। स्वास्थ्य विभाग में भारी पैमाने पर भ्रष्टाचार व्याप्त है। लेकिन सरकार को इसकी चिन्ता नही है। श्री शाही जी ने कि केन्द्र सरकार ने 2010 में उर्वरक नीति लागू किया। उस नीति के बाद भी सरकार खाद पर सब्सिडी लगातार कम करती चली गयी। जिसके कारण आज प्रदेश व देश में खाद किसानो का ब्लैक मंे लेना पड़ रहा है। श्री शाही ने कहा कि राज्य की जनता प्रदेश में व्याप्त ध्वस्त कानून व्यवस्था, भ्रष्टाचार आदि से मुक्ति पाना चाहती है। बसपा सरकार के कुशासन का अन्त जनता चाहती है। जनता भाजपा के साथ है।