राज्य में साहित्य का अच्छा माहौल : राजस्थान साहित्य अकादमी

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जयपुर,
राजस्थान साहित्य अकादमी के अध्यक्ष श्री वेदव्यास ने कहा कि राज्य में  साहित्य का अच्छा माहौल है। यहां के लेखक और साहित्यकार निरंतर विकास की ओर बढ़ रहे हैं, साहित्य के क्षेत्र में उनकी सक्रिय भागीदारी सराहनीय है। श्री व्यास आज यहां पिंकसिटी प्रेस क्लब में मित्र परिषद की ओर से आयोजित कथाकार श्री रणवीर सिंह राही के नवीनतम उपन्यास ‘‘आधा आकाश’’ के विमोचन एवं साहित्यकार सम्मान समारोह में अध्यक्ष पद से बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि राजस्थान साहित्य अकादमी प्रदेश के 33 जिलों में साहित्यिक क्षेत्र की नवोदित प्रतिभाओं को आगे लाने के लिए समर्पण की भावना से कार्य कर रही है। अनेक साहित्यकारों को उनकी पाण्डुलिपि के प्रकाशन के लिए सहायता प्रदान कर रही है। अकादमी करीब 58 पुस्तकों के प्रकाशन पर आठ लाख की सहायता साहित्यकार को दे चुकी है। श्री व्यास ने कहा कि आज शब्द के सम्मान को बढ़ावा देने की जरूरत है। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने पिछले 4 साल में राज्य की साहित्यिक प्रवृत्तियों को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाये हैं। इस अवधि में साहित्यकारों के लिए अनेक पुरस्कार शुरू हुए और प्रदेश में साहित्य का एक नया वातावरण बना। श्री व्यास ने श्री राही के रचना कर्म की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे अच्छे रचनाकार हैं। उन्होंने अपने उपन्यास के माध्यम से समाज की विद्रूपताओं और विसंगतियों पर सशक्त ढंग़ से कलम चलाई है। संसदीय सचिव श्री रामस्वरूप कसाना ने कहा कि आज समाज में नारी शक्ति को सम्मान दिये जाने की नितांत आवश्यकता है। श्री राही ने भावुक मन से ‘‘आधा आकाश’’ में जिन सामाजिक सरोकारों को छूने का प्रयास किया है, वे सब मानव मन को झकझोरने वाले हैं। उन्होंने श्री राही को अच्छे रचना कर्म के लिए बधाई भी दी। सूचना एवं जनसम्पर्क निदेशक डॉ. लोकनाथ सोनी ने कथाकार श्री राही को बधाई देते हुए कहा कि समाज की विसंगतियों और विद्रूपताओं पर लिखना आसान बात नहीं है। श्री राही ने इस दिशा में डूबकर अपनी कलम चलाई है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि साहित्यकारों को अब समाज की समस्याओं को उजागर करने के साथ समाधान खोजने की भी पहल करनी चाहिये। समाज में समस्या के समाधान से समरसता का वातावरण बनता है। उन्होंने विदेश में आयोजित हिन्दी साहित्य सम्मेलन से लौटे साहित्यकारों को बधाई भी दी। सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के पूर्व निदेशक डॉ.अमर सिंह राठौड़ ने सातवें अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दी सम्मेलन की विस्तार से चर्चा करते हुए कम्बोडिया, थाईलेण्ड एवं वियतनाम की कला, साहित्य एवं संस्कृति की जानकारी दी। उन्होंने कई रोचक संस्मरण भी सुनाये। डॉ. राठौड़ ने श्री राही को ‘‘आधा आकाश’’ रचना के लिए बधाई भी दी। समारोह में श्री उमेश शास्त्री, श्री कल्याणसिंह राजावत, श्रीमती आशा शर्मा, श्री आलोक आनन्द, श्री गोविन्द शंकर शर्मा आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किये। समारोह में कथाकार श्री रणवीर सिंह राही ने सभी उपस्थित साहित्यकारों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया। समारोह में सृजन गाथा डॉटकॉम द्वारा कम्बोडिया, वियतनाम तथा थाईलैण्ड में आयोजित हिन्दी साहित्य सम्मेलन में शिरकत कर लौटे कवि श्री कल्याणसिंह राजावत, पूर्व जनसम्पर्क निदेशक डॉ.अमर सिंह राठौड़, कवयित्री श्रीमती पुष्पा गोस्वामी, मेजर रतन जांगिड़, पत्रकार श्री देवकृष्ण राजपुरोहित एवं श्री हेमजीत मालू को भी सम्मानित किया गया। समारोह का संचालन कवि एवं पत्रकार श्री विक्रमसिंह गढ़वाली ने किया।

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