राजनीति की कोठरी में आखिर केजरीवाल भी ‘स्याह’ हो ही गये

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दिल्ली,

केजरीवाल और ”आप” को आखिरकार राजनीति  का असली चेहरा नज़र आ ही गया। भाजपा का कार्यकर्ता होने का दावा करने वाले एक व्यक्ति ने सोमवार को आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल द्वारा संबोधित की जाने वाली प्रेस कांफ्रेंस में खलल डाला और केजरीवाल तथा उनके पार्टी सहयोगियों पर काली स्याही फेंक दी। खुद को महाराष्ट्र के अहमदनगर की भाजपा इकाई का महासचिव बताने वाले नचिकेता वाघरेकर का कहना था कि वह अन्ना हजारे का प्रशंसक है। उसने केजरीवाल पर अन्ना को धोखा देने और जनता को धोखा देने का आरोप लगाया। वह अन्ना हजारे अमर रहें नारा लगाते हुए प्रेस कांफ्रेंस स्थल में घुसा और काली स्याही का एक डिब्बा केजरीवाल पर उड़ेल दिया। कुछ स्याही केजरीवाल के साथ वहां मौजूद उनके साथियों मनीष सिसोदिया, संजय सिंह, वकील प्रशांत भूषण और शांति भूषण पर भी गिरी। केजरीवाल उनके खिलाफ लगाए गए इन आरोपों की सफाई देने के लिए मीडिया से मुखातिब थे कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आप का प्रचार अभियान बिना हिसाब किताब वाले धन से गलत तरीके से चलाया जा रहा है। वहां मौजूद आप के कार्यकर्ताओं ने तुरंत वाघरेकर को कांफ्रेंस हाल से बाहर निकाल दिया। केजरीवाल ने किसी पार्टी का नाम लिए बिना कहा कि यह उन लोगों ने किया है जिनके निहित स्वार्थों को आप की बढ़ती लोकप्रियता से झटका लगा है। आप के नेता कुमार विश्वास ने इस हरकत को भाजपा की हताशा का नतीजा बताया, जबकि भाजपा ने कहा कि यह निचले दर्जे की राजनीति है। विश्वास ने कहा कि यह भाजपा का काम है, जो दिल्ली में आप की बढ़ती लोकप्रियता से परेशान है। वह हमारे कार्यक्रमों में गड़बड़ी फैलाने के लिए इस तरह के लोगों को भेज रही है। उधर, भाजपा प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने कहा कि यह निचले दर्जे की राजनीति है और उन्हें इस कहानी पर भरोसा नहीं है। उन्होंने कहा देखना होगा कि इसमें कांग्रेस अथवा आप का तो हाथ नहीं है। केजरीवाल ने अपने खातों और आप को मिले दान के ब्यौरे की अन्ना हजारे से स्वतंत्र और खुली जांच कराने की मांग की। अन्ना हजारे ने कल उन्हें लिखा था कि उन्हें ऐसी खबरें मिल रही हैं कि वह दिल्ली के चुनाव में धन और उनके नाम का दुरुपयोग कर रहे हैं। हजारे ने इससे पहले इस आशय की शिकायतें मिलने के बाद कि 2011 में हुए लोकपाल आंदोलन के लिए मिले धन का इस्तेमाल केजरीवाल आप के चुनाव अभियान के लिए कर रहे हैं, केजरीवाल को लिखा था। केजरीवाल ने बताया कि वह अन्ना को पहले ही सूचित कर चुके हैं कि उन्होंने लोकपाल आंदोलन का कोई पैसा प्रचार अभियान पर खर्च नहीं किया है और वह अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए जांच कराने को तैयार हैं। केजरीवाल ने कहा कि मैं अन्नाजी से अनुरोध करता हूं कि वह न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) संतोष हेगड़े जैसे किसी भी व्यक्ति से या जिससे वह चाहें जांच करा लें और रिपोर्ट 48 घंटे के भीतर सार्वजनिक कर दी जानी चाहिए ताकि न तो कांग्रेस और न ही भाजपा धन को लेकर कोई संदेह जाहिर कर सके। मैं अगर दोषी पाया गया तो चुनाव नहीं लड़ूंगा। केजरीवाल ने कहा कि लेकिन अगर मैं पाक साफ निकला तो अन्ना हजारे को यहां आकर हमारी पार्टी के लिए प्रचार करना होगा।

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