यह बयान काफी मायने रखता है

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मुंबई । बालीवुड के सीनियर एक्टर नसीरुद्दीन शाह का कहना है कि बॉलीवुड में मूवी माफिया जैसा कुछ नहीं है। नसीरुद्दीन शाह ने कहा कि ये सब कुछ गिने चुने रचनात्मक दिमागों की काल्पनिक कहानियां हैं। सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड मामले के बाद देशभर में हो रही नेपोटिज्म की व्यापक बहस पर नसीरुद्दीन शाह ने चौंकाने वाले बयान दिए हैं। उन्होंने कहा, “सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच अब किसी किस्म का रियलिटी शो बन गई है। क्या आप इसे फॉलो कर रहे हैं? इसमें पॉलिटिक्स शामिल है, कुछ मीडिया हाउस के द्वारा की जा रही असंवेदनशील मीडिया कवरेज शामिल है और वो लोग शामिल हैं जिन्हें लगता है कि वो सुशांत को न्याय दिलाने की जंग लड़ रहे हैं। ये पागलपन है। ये पूरी तरह पागलपन है। मैंने इस फॉलो नहीं किया है।””मुझे दिल से बहुत तकलीफ हुई जब वो जवान लड़का मर गया। मैं उसे जानता नहीं था लेकिन उसका बहुत उज्जवल भविष्य था और उसका जीवन व्यर्थ हो गया। लेकिन मैंने इस बकवास को फॉलो नहीं किया जिसे बहुत से लोगों द्वारा लगातार बढ़ाया जा रहा है। हर वो शख्स जिसके जेहन में, दिल में कॉमर्शियल इंडस्ट्री को लेकर थोड़ी सी भी फ्रस्ट्रेशन है वो प्रेस के सामने आकर इसे उगल कर दे रहा है। ये वाकई बहुत घटिया है। मेरा मतलब, आप इस शिकायतों को खुद तक रखिए, किसी को दिलचस्पी नहीं है। “उन्होंने कहा, “किसी को भी हाफ एजुकेटेड लिखे सितारों के बयानों में दिलचस्पी नहीं है जो ये हर चीज खुद पर ले लेती है कि सुशांत को न्याय दिलाना है। अगर हमें लगता है कि न्याय मिलना चाहिए तो हमें न्याय की प्रक्रिया में भरोसा रखने की जरूरत है। और यदि हमारा इससे कोई लेना देना नहीं है तो मुझे लगता है कि हमें अपना काम करना चाहिए।” नसीरुद्दीन शाह ने कहा, “ये पागलपन है कि ये इंडस्ट्री और प्रेस उस मामले से से जुड़ा कुछ भी नहीं छोड़ रही है। चाहे खुशी का पल हो या दुख का, या कोई मर गया हो या किसी को मारा गया हो, या किसी का जन्म हुआ हो, शादी हुई हो, प्यार हुआ हो। मेरा मतलब वो सब कुछ दिखाने लगते हैं जो वो दिखा सकते हैं। ये पागलपन है।” बता दें कि  वर्तमान में बॉलीवुड में नेपोटिज्म, आउटसाइडर्स और इनसाइडर्स में भेदभाव जैसे मुद्दों को लेकर तीखी बहस छिड़ी हुई है। ऐसे में नसीरउददीन का यह बयान काफी मायने रखता है। PLC.

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