मैंने बाबा राम सा पीर का चरित्र अभिनीत किया है – औशिम खेत्रपाल

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आई.एन.वी.सी,,

मुम्बई,,

अभिनेता, फिल्म निर्माता, स्पोर्ट्स प्रोमोटर औशिम खेत्रपाल जिनका नाम क्रिकेट मैच फिक्सिंग से भी जुड चुका है इन दिनों चर्चित हैं अपनी आने वाली फिल्म “बाबा राम सा पीर” के लिए. इससे पहले भी उन्होंने शिरडी साईं बाबा, कम दिसंबर ‘ओम अल्लाह’ जैसी फ़िल्में बनाई हैं . पिछले दिनों औशिम से मुलाकात हुई उनकी आने वाली फिल्म “बाबा राम सा पीर” को लेकर, प्रस्तुत हैं कुछ मुख्य अंश —

  • सबसे पहले अपनी फिल्म “बाबा राम सा पीर” के बारे में बताइए ?

यह एक ऐतिहासिक फिल्म है. राजस्थान में १४ शताब्दी में एक संत थे जिनका नाम रामसा था जिन्होंने सबसे पहले हिंदू – मुस्लिम एकता का संदेश फैलाया जिन्हें हिंदू बाबा और मुसलमान पीर कहते थे और दोनों इनकी पूजा करते थे. इन्हीं “बाबा रामसा पीर” की कहानी पर आधारित है यह फिल्म, जिसका निर्माण हुआ है सतीश टंडन  प्रोडक्शन एंड ओरिएंट लिमिटेड के बैनर में. जिसके निर्देशक हैं बुभानी प्रसाद.  इस फिल्म में मेरे साथ इसमें ग्रेसी सिंह और रजा मुराद भी हैं.

  • आप की क्या भूमिका है फिल्म में ?                                          मैं बाबा रामसा पीर का चरित्र अभिनीत कर रहा हूँ.

  • क्या कुछ विशेष मेहनत करनी पड़ी बाबा के चरित्र को अभिनीत करते समय ?                                                           हाँ उनके बारे में रिसर्च की और फिर जैसे निर्देशक बुभानी ने कहा मैंने किया. मेहनत तो बहुत की है मैंने.

  • कैसा रहा ग्रेसी सिंह के साथ काम करना ?                                    बहुत ही अच्छा, गजब की अभिनेत्री हैं ग्रेसी.

  • सुना है इस फिल्म का संगीत भी बहुत ही अच्छा है बताइए कुछ इसके बारे में ?                                                         फिल्म हिंदी और राजस्थानी दोनों भाषाओं में बनी है. संगीत भी बहुत ही अच्छा दिया है संगीतकार सुरिंदर बचन ने. संगीत गुजराती और राजस्थानी दोनों  भाषाओं में हैं और बहुत ही सुरीला संगीत है.

  • पहले आपने ‘शिरडी साईं बाबा’ फिल्म बनायीं और अब यह फिल्म “बाबा राम सा पीर” जबकि इससे पहले आपने ‘कम दिसंबर’ जैसी फिल्म बनाई  थी जिसका विषय बहुत ही बोल्ड था ? अचानक धार्मिक फिल्मे बनाने की कोई खास वजह ?

हर व्यक्ति धार्मिक होता ही है और अपने स्तर पर कुछ न कुछ कोशिश भी करता है कुछ करने की. मैं बहुत ही खुश हूँ की मैंने इन दोनों ही फिल्मों में काम किया. “कम दिसंबर” फिल्म का विषय भी बहुत ही अच्छा था. २००६ में जब मैंने यह फिल्म बनाई थी उस समय ऐसे विषय पर बहुत ही कम फ़िल्में बनती थी. लोगों ने कुछ खास रूचि नही दिखाई इस फिल्म में, जबकि इस फिल्म की कहानी को सर्वश्रेष्ठ कहानी का इंडियाना पोलिस एल जी बी टी फिल्म फेस्टिवल में अवार्ड भी मिला था.

  • सुना है आप मैच फिक्सिंग को लेकर एक फिल्म बना रहे हैं, क्या यह सच है ?                                                          हाँ यह सच है, फिल्म का नाम है “ओम अल्लाह” इसमें मैंने अभिनय किया है और मेरे साथ हैं पाकिस्तानी अभिनेत्री मीरा जो की एक पाकिस्तानी पत्रकार की भूमिका अभिनीत कर रही हैं. यह फिल्म मेरी असली कहानी पर आधारित है. कुछ कारणों की वजह से यह फिल्म अभी पूरी नही हुई है लेकिन मेरी कोशिश है कि जल्दी ही इसे पूरी करके रिलीज़ करने की.

  • आपकी फिल्म “शिरडी साईं बाबा” को अवार्ड भी मिला था बताइए कुछ उसके बारे में ?                                                हाँ मेरी इस फिल्म को राष्ट्रपति का राष्ट्रीय एकता अवार्ड मिला. यह मेरे  लिये बहुत ही गर्व की बात है लेकिन मैंने यह फिल्म किसी  अवार्ड के लिए बनाई और यह भी साईं की ही इच्छा होगी जो मेरी इस फिल्म को अवार्ड मिला.

  • क्या आपको लगता है कि फिल्म “बाबा रामसा पीर” को दर्शक पसंद करेगें ?                                                           हाँ क्यों नही जरुर पसंद करेगें एक सच्चे गुरु के जीवन पर बनी है यह फिल्म.जिन्होंने सबसे पहले हिंदू – मुस्लिम एकता का संदेश फैलाया.

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