मुख्यमंत्री हरीश रावत हुए सख्त बोले – काम के प्रति एटीट्यूड को बदलो

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harish rawatआई एन वी सी ,
देहरादून,
मंगलवार देर सांय मुख्यमंत्री हरीश रावत ने गैरसैंण के ब्लाॅक सभागार में नंदा राजजात यात्रा की तैयारियों के साथ ही लोकनिर्माण विभाग व पीएमजीएसवाई की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़कों को यातायात के लायक बनाए रखने की जिम्मेवारी संबंधित कार्यदायी संस्था व अधिकारियों की है। सड़कों की क्वालिटी से संबंधित कोई शिकायत मिलने पर संबंधित अधिकारी पर कार्यवाही की जाएगी। अधिक यातायात वाली सड़कों पर सेफ्टी वाॅल व रेलिंग लगाई जाएं। पीएमजीएसवाई से लोनिवि को हस्तांतरित होने वाली सड़कों को सड़क निर्माण के 4 वर्ष बाद संयुक्त परीक्षण करा लिया जाए और कोई कमी होने पर पीएमजीएसवाई उसे पूरा करे ताकि 5 वर्ष पूर्ण होने पर लोनिवि को हैंडओवर किया जा सके।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि काम के प्रति एटीट्यूड को बदले जाने की जरूरत है। जिन सड़कों के पुनर्निर्माण में तकनीकी कारणों से समय समय लग रहा हो वहां पैचवर्क तुरंत कराया जाना सुनिश्चित किया जाए। लोनिवि के गढ़वाल व कुमायूं के मुख्य अभियंताओं को निर्देश दिए गए कि सड़कों की राईडिंग क्वालिटी को बनाए रखना व बरसात में यातायात के लिए खुले रखना सर्वोच्च प्राथमिकता हो। जिन कार्यों की मंजूरी मुख्यमंत्री द्वारा दी जा चुकी है, उनमें वित्त या अन्य कोई समस्या आने पर पत्रावली सीधे मुख्यमंत्री कार्यालय को प्रेषित की जाए। सीएम ने कहा कि सीमांत सड़कों पर विशेष ध्यान दिया जाए। सड़कों में काफी काम हुआ है परंतु कुछ जगह का खराब काम इसे ढ़क देता है। मरचूला-भिकियासैण, मासी-चैखुटिया-मेहलचैरी मार्गों की स्थिति तत्काल सुधारी जाए। इसे टू लेन किये जाने का प्रस्ताव तैयार किया जाए। सड़कों के काम में तेजी लाए जाने पर बल देते हुए सीएम ने कहा कि अच्छा काम तभी माना जा सकता है जब स्थानीय निवासी और जनप्रतिनिधि उसकी सराहना करे। गंगोत्री-यमुनोत्री मार्ग पर फोकस किया जाए। प्रमुख सचिव लोनिवि को गंगोत्री व यमुनोत्री मार्गों का परीक्षण क्षेत्र में जाकर करने के निर्देश दिए गए।
मुख्यमंत्री ने नंदा राजजात यात्रा की तैयारियों की विस्तार से समीक्षा करते हुए युद्धस्तर पर जुट जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नंदा राजजात यात्रा समिति द्वारा तय की गई तिथि को यात्रा शुरू करवाने के लिए सरकार तत्पर है। यात्रा के प्रमुख पड़ावों पर पेयजल, शेल्टर, राशन, बिजली, स्वच्छ शौचालय की व्यवस्थाएं समय रहते पूरी कर ली जाएं। सभी तैयारियां दी गर्द समय सीमा के भीतर पूरी कर ली जाए। डीएम चमोली को एसपी के साथ बैठक पर यात्रा मार्ग पर यातायात को सुचारू बनाए रखने के लिए वर्कप्लान तैयार करने के निर्देश दिए गए। आवश्यकतानुसार पार्किंग की व्यवस्था कर ली जाए। बरसात के समय सम्भावित परेशानियों से निपटने की पूरी तैयारी हो। नंदा राजजात यात्रा में कोई व्यवधान या कमी रहने पर संबंधित अधिकारियों की जिम्मेवारी तय की जाएगी। तय किया गया कि विधानसभा उपाध्यक्ष अनुसूया प्रसाद मैखुरी को ग्वालदम में 13 जून को नंदा राजजात यात्रा की बैठक करने को कहा गया।
उन्होंने नंदा राजजात यात्रा से संबंधित सड़क मार्गों की एक-एक करके जानकारी प्राप्त की। उन्होने कहा कि यदि कहीं पर किसी तरह क नियमों व प्रक्रियाओं में शिथिलीकरण की जरूरत होती है तो प्रस्ताव तार्किक कारणों सहित मुख्यमंत्री कार्यालय को अविलम्ब भिजवाया जाए। मुख्यमंत्री ने नारायणबगड़-भगोली, लोहाजन, घाट-सितेल, घाट-रामनेई, थराली बाजार, उज्वलपुर-सेम-धारकोट, कर्णप्रयाग-आदिबदरी, बगोली- कोटि, सिमली-सनेश्वर, रिखाली-बाछम, चीराबगड़- कोथिंग मार्गों की विस्तार से जानकारी लेते हुए इनमें तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पैदल मार्ग बरसात में चलने लायक हों, यह सुनिश्चित कर लिया जाए।
बैठक में विधानसभा उपाध्यक्ष अनुसूया प्रसाद मैखुरी, विधायक ललित फस्र्वाण, डा.जीतराम, प्रमुख सचिव एसएस संधु, सचिव अमित नेगी, डीएम चमोली, एसपी चमोली, यात्रा समिति के पदाधिकारी, लोनिवि, पीएमजीएसवाई, एडीबी के अधिकारी मौजूद थे।

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