केन्द्रीय श्रम और रोजगार मंत्री श्री मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा है की मानव संसाधन देश के आर्थिक विकास और प्रतियोगता के लिए नि:संदेह सर्वाधिक शक्तिशाली घटक है और इसलिए भारत सरकार मानव संसाधनों को उचित रूप से कुशल बना कर निर्मित करने को अत्यधिक महत्व दे रही है । वे आज यहां स्विस परिसंघ के संघीय कांउसलर श्री जोहन्न-शैनिदर-अम्मान के नेतृत्व में स्विट्जरलैंड के शिष्टमंडल को संबोधित कर रहें थे ।
श्री खरगे ने कहा कि उद्योगों द्वारा नई तकनीकों को तेजी से अपनाए जाने के कारण कार्यजगत की आवश्यकताओं को देखते हुए कार्यबल के कौशल स्तरों के उन्नयन में बराबरी बनाये रखने के लिए प्रशिक्षण प्रणाली के लिए एक चुनौती है ।
कौशल के नये क्षेत्रों की पहचान करके उन्हें पाठ्यक्रम में शामिल करना और उस के अनुरूप प्रशिक्षकों के ज्ञान और कौशल स्तरों को अद्यतन करना एक निरन्तर प्रक्रिया है ।
श्री खरगे ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि स्विस-भारत वाणिज्य और उद्योग मंडल (एसआईसीसी) ओपेट की सहायता से व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण पायलट परियोजना को महाराष्ट्र और कर्नाटक में कार्यान्वित कर रहा है । यह पहल वैश्विक प्रतियोगिता वातावरण में भारत के भावी औद्योगिक विकास को बढ़ाएगी और इसका भारत स्विस व्यापार संबंधों पर भी सार्थक प्रभाव पड़ेगा ।