मरकस का मतलब होता है मंजिल और हुड्डा की मंजिल है जेल

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हरियाणा कांग्रेस में बड़े बदलाव के बाद आलाकमान ने डैमेज कंट्रोल शुरू कर दिया है। प्रदेशाध्यक्ष को बदलने के बाद उठ रहे विरोध के सुरों को दबाने के लिए खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मोर्चा संभाला।

सिरसा में कांग्रेस कार्यालय के स्थायी सचिव की पिटाई और दिल्ली में पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर के घर पर कार्यकर्ताओं के जमावड़े और नाराजगी जाहिर करने पर सोनिया तुरंत हरकत में आ गईं।

सोनिया गांधी ने गुरुवार शाम को अशोक तंवर को मुलाकात के लिए बुलाया। दिल्ली स्थित निवास पर तंवर की सोनिया से मुलाकात हुई। इसमें विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने सहित अनेक बिंदुओं और बदलाव के बाद असंतोष जैसा कुछ न दर्शाने पर चर्चा की गई।

सूत्रों के अनुसार सोनिया ने तंवर को भविष्य में उचित मान-सम्मान के साथ पार्टी में एडजस्ट करने का भी आश्वासन दिया है। काफी देर तक चली बैठक के बाद बाहर आने पर तंवर के चेहरे के भाव बदले हुए थे। माना जा रहा है कि सोनिया और तंवर के बीच सार्थक बातचीत हुई है।

सूत्रों के अनुसार सोनिया ने तंवर को परिपक्व राजनीतिज्ञ की तरह पेश आते हुए चुनाव में पार्टी के लिए काम करने का मूल मंत्र दिया है। इसके साथ ही हाईकमान ने अक्तूबर महीने में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए हुड्डा विरोधी खेमे को भी एडजस्ट करने की तैयारी शुरू कर दी है।
जल्दी ही चुनाव के लिए गठित होने वाली समितियों में पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर, पूर्व सीएलपी किरण चौधरी, कुलदीप बिश्नोई और कैप्टन अजय यादव सरीखे नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी दी जाएगी। आचार संहिता लगने के बाद कांग्रेस इन समितियों की घोषणा कर सकती है।

जीवन भर रहूंगा पार्टी का सिपाही, नई टीम साथ लेकर चलेगी तो करेंगे काम: तंवर
पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर ने साफ कर दिया है कि वह पार्टी के सिपाही हैं और जीवन भर रहेंगे। उनकी भर्ती ही पार्टी में सिपाही के तौर पर हुई है। गरीब, किसान, कमेरे वर्ग के लिए उनकी लड़ाई जारी रहेगी। अगर नई टीम साथ लेकर चलेगी तो काम करेंगे। पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों को अपनी भावनाएं प्रकट करने का अधिकार है व प्रकट करनी भी चाहिए। लेकिन, अनुशासन में रहकर शांतिपूर्वक तरीके से।

नई टीम को उनकी ओर से शुभकामनाएं। बीते चुनाव की तुलना लोकसभा चुनाव में हमने छह फीसदी वोट बढ़ाया है। अगर नई टीम विधानसभा चुनाव में दस फीसदी वोट बढ़ा पाती है तो प्रदेश में हमारी सरकार होगी। पार्टी से उनकी कोई नाराजगी नहीं है, न ही कोई और नाराज है।

उन्होंने साढ़े पांच साल तक प्रदेशाध्यक्ष की जिम्मेदारी निभाने का मौका देने के लिए सोनिया गांधी का आभार प्रकट किया है। वह राहुल गांधी के भी आभारी हैं। विषम परिस्थितियों में जिन्होंने कांग्रेस के लिए उनके साथ मिलकर जनता की लड़ाई लड़ी, उनका भी धन्यवाद।

हुड्डा और सैलजा अब बुझे हुए दीयों के समान: विज
हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने कांग्रेस मे भूपेंद्र सिंह हुड्डा को विधायक दल का नेता और कुमारी सैलजा को प्रदेश अध्यक्ष बनाने पर चुटकी लेते हुए कहा कि ये तो बुझे हुए दीयों के समान हैं। इनसे कोई बदलाव आने वाला नहीं है।

अनिल विज ने पूरी कांग्रेस पार्टी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि बुझे हुए दीयों से गुलशन को रोशन नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि जहां तक बात भूपेंद्र सिंह हुड्डा की है, वे अब बुझी हुई शमां के धुएं की तरह हैं। जो अपने मरकस की तरफ जा रहा हैं। विज ने कहा कि मरकस का मतलब होता है मंजिल और हुड्डा की मंजिल है जेल।

विज ने कहा कि पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा आए दिन तो कोर्ट के चक्कर लगाते हैं, इसलिए भाजपा को इन नेताओं से कोई फर्क नहीं पड़ता। विज ने कहा कि हाईकमान ने हुड्डा को उनके मंसूबों में कामयाब नहीं होने दिया। हाईकमान ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा को कमान सौंपने की बजाए किसी तीसरे व्यक्ति कुमारी सैलजा को कमान सौंप दी। हुड्डा भी इस बात को बखूबी समझते हैं। PLC



 

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