दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने सौंपा दस्तावेज
मौलाना साद की मुश्किलें और बढ़ी
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में अब तक के सबसे बड़े अदृश्य दुश्मन किलर कोरोनावायरस संकट के दौरान लॉक डाउन तोड़कर निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात का मजहबी कार्यक्रम कर देश भर में जानलेवा को रोना वायरस फैलाने वाले फरार मौलाना साद की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। सूत्रों के अनुसार अब तबलीगी जमात के निजामुद्दीन मरकज पर सीबीआई का कानूनी फंदा कसना शुरू हो गया है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच द्वारा जैसे ही तबलीगी जमात के मरकज को विदेशी फंडिंग, करोड़ों के नकदी लेनदेन में हेरा फेरी और दान के दस्तावेज सीबीआई को सौंपे गए तो आनन‑फानन में सीबीआई के अधिकारियों ने इस पूरे मामले को अपने हाथ में लेते हुए जांच पड़ताल शुरू कर दी है। गौरतलब है कि क्राइम ब्रांच की जांच के दौरान तबलीगी जमात के मौलाना साद के दो बेटों और करीबी रिश्तेदारों के नाम से मरकज के लगभग 125 बैंक खाते मिले थे, जिनमें विदेशी फंडिंग तथा हवाला के जरिए करोड़ों की हेरा फेरी कर नकदी लेनदेन का भी पता चला था। गौरतलब है कि मौलाना साद के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज है तथा इसके खिलाफ ईडी और आयकर विभाग ने भी शिकंजा कस रखा है PLC.