“मनोरंजन के साथ — साथ सन्देश देना हमारा मकसद है,” – आलोकनाथ दीक्षित

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आई.एन.वी.सी,,
मुम्बई,,
दिनों निर्देशक आलोकनाथ दीक्षित से बातचीत हुई उनके इसी धारावाहिक के बारें में, प्रस्तुत हैं कुछ अंश —-२० साल से टी वी धारावाहिकों, टेली फिल्मों, लघु फिल्मों और फीचर फिल्मों से जुड़े हुए निर्देशक आलोकनाथ दीक्षित इन दिनों फिर से चर्चित हैं क्योंकि उनके द्वारा निर्देशित किया हुआ धारावाहिक “कुल की ज्योति कन्या” का प्रसारण दूरदर्शन पर ७ जून से हर सोमवार से शुक्रवार दोपहर १२ बजे हो रहा है. पिछले दिनों निर्देशक आलोकनाथ दीक्षित से बातचीत हुई उनके इसी धारावाहिक के बारें में, प्रस्तुत हैं कुछ अंश —-

इस धारावाहिक “कुल की ज्योति कन्या” के बारे में बताइए ? मैंने मेरे इस धारावाहिक “कुल की ज्योति कन्या” के जरिये समाज की उस समस्या की ओर सबका ध्यान दिलाया है जिसका जिक्र (यानि कन्या भ्रूण हत्या जैसे संवेदनशील मुद्दा) पिछले दिनों अभिनेता आमिर खान ने भी अपने बहुचर्चित कार्यक्रम सत्यमेव जयते के पहले एपिसोड किया था। मैंने भी ‘ कुल की ज्योति कन्या’ में बेटियों की प्रधानता को ही पेश किया है कि किस तरह बेटे की चाह में एक इंसान अपनी गर्भवती पत्नी और अपनी दो छोटी बेटियों को घर से निकाल देता है. और दूसरी शादी कर लेता है लेकिन बाद में उसकी दूसरी शादी से हुए बेटे ही उसे किस तरह से प्रताड़ित करते हैं ? आखिर में उसकी वो बेटियाँ ही उसका देखभाल करती है जिन्हें उसने बचपन में अपने घर से निकाल दिया था और उसे अपनी गलतियों का अहसास होता है कि वो कितना गलत सोचता था जबकि कुल की ज्योति तो कन्या ही होती है।

अभी इस धारावाहिक के प्रसारि़त होने की वजह कहीं अभिनेता आमिर खान का कार्यक्रम ‘सत्यमेव जयते’ तो नही ? नही, ऐसा बिलकुल नही है क्योंकि हमने तो इस धारावाहिक का पायलट करीब २ साल पहले ही दूरदर्शन में जमा किया हुआ था यह इतिफाक की बात है की अब कहीं जाकर यह प्रसारित हो पाया है.
धारावाहिक “कुल की ज्योति कन्या” को बनाने की कोई खास वजह ? और दूरदर्शन पर प्रसारित करने की कोई खास वजह ? वजह यही कि मैं अपने इस धारावाहिक के माध्यम से महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति सजग करना चाहता हूँ. जब तक महिलायें जागरूक नही होंगी कोई भी उनकी मदद नही कर सकता. रही बात दूरदर्शन पर प्रसारण की तो यही वजह है कि दूरदर्शन के दर्शकों की संख्या बहुत ज्यादा है जितने ज्यादा दर्शक मेरे इस धारावाहिक को देखेगें उतना ही मेरा मकसद जल्दी पूरा होगा.
क्या आपको नही लगता कि ऐसे धारावाहिक का प्रसारण दोपहर के समय नही बल्कि उस समय होना चाहिए जब घर मे मर्द भी हो, क्योंकि महिलायें तो जागरूक हैं ही लेकिन उनके घर के मर्द आज भी जागरूक नही हैं ? नारी बहुत जल्दी समझौता कर लेती है जब तक वो ही सशक्त नही होगी लोग तो उस पर अत्याचार करते ही रहेगें. जहाँ तक दोपहर में प्रसारण की बात है तो यह संभव नही हो सका हम कोशिश जरुर करेगें.
धारावाहिक के कलाकारों के बारे में बताइए कैसे रहा सभी के साथ काम करना ? बहुत अच्छा, सभी ने अच्छा काम किया है. सभी कलाकार मेरे धारावाहिक के चरित्र के मुताबिक हैं. उपासना सिंह, गजेन्द्र चौहान सभी दर्शकों के बीच लोकप्रिय हैं इसके अलावा साहिबा, विजय भाटिया और अमित पचौरी सभी ऐसे कलाकार हैं जो कि दर्शकों के बीच हैं और अच्छा काम कर रहे हैं.

सुना है आपने एक फीचर फिल्म भी बनाई है ? हाँ “सांचा” नाम से एक फिल्म बनाई है जिसमें ईट भट्टे कि कहानी हैं मेरी इस फिल्म में अनुपम खेर, मुकेश तिवारी, वैष्णवी,अमीन गाजी आदि कलाकार हैं.
पूरी तरह से कोई बोलीवुड फिल्म नही बना रहे हैं ? नही मुझे हमेशा सच्चाई से जुड़े विषयों पर ही फ़िल्में बनाना पसंद हैं मेरा रुझान बोलीवुड कि फिल्मों की ओर नही हैं.
इस धारावाहिक के प्रोडक्शन हाउस के बारे में बताइए ? डी एस प्रोडक्शन प्राइवेट लिमिटेड के बैनर में बने इस धारावाहिक के निर्माता दीपक शर्मा, जिन्होंने एक फीचर फिल्म भी बनाई हैं और कुछ अच्छे विषयों पर बेहतर धारावाहिक बनाना चाहते हैं. बहुत जोश में “कुल की ज्योति कन्या” को लेकर. जब निर्माता जोश में हो तो हमें भी काम करने में अच्छा लगता है.

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