मतगणना संवेदनशील चरण

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आई एन वी सी न्यूज़
जांजगीर,
लोकसभा निर्वाचन 2019 के लिए 23 मई को होने वाली मतगणना की तैयारियों के परिप्रेक्ष्य में आज जिला कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में जांजगीर-चांपा लोकसभा के अंतर्गत जांजगीर-चांपा जिले सभी विधानसभा क्षेत्र तथा बलौदाबाजार-भांटापारा जिले के कसडोल और बिलाईगढ़ विधानसभा क्षेत्र के सभी सहायक रिटर्निंग आफिसर, मतगणना सहायक रिटर्निंग आफिसर, रिजर्व मतगणना सहायक रिटर्निग आफिसर के मास्टर ट्रेनर, पोस्टल बैलेट हेतु नियुक्त, सहायक रिटर्निंग आफिसर और उप जिला जिला निर्वाचन अधिकारियों एवं पुलिस के अधिकारियों का प्रशिक्षण संपन्न हुआ। प्रशिक्षण छत्तीसगढ़ के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री आशिष कुमार टिकरिहा, नोडल अधिकारी श्री पुलक भट्टाचार्य और सहायक मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री मनीष मिश्रा द्वारा मास्टर ट्रेनर्स के रूप में मतगणना के संबंध में प्रशिक्षण दिया गया।
 
    कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री नीरज कुमार बनसोड़ ने लोकसभा निर्वाचन हेतु मतगणना कार्य के लिए नियुक्त अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि मतगणना का कार्य बेहद संवेदनशील कार्य है। अतएव इसमें पूरी सतर्कता एवं पारदर्शिता बरतनें की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के अधिकारियों द्वारा मतगणना के लिए यहां जो प्रशिक्षण दिया गया है। वह प्रशिक्षणार्थियों के लिए उपयोगी और सार्थक होगी। उन्होंने प्रशिक्षण के लिए उपस्थित मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के कार्यालय के अधिकारियों को प्रशिक्षण के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। इस अवसर पर जिला पंचायत जांजगीर-चांपा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अजीत वसंत एवं बलौदाबाजार-भांटापारा जिले के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री एस. जयवर्धन भी मौजूद थे। 
 
    छत्तीसगढ़ के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के मास्टर ट्रेनरों द्वारा मतगणना के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मतगणना का कार्य पूरी निर्वाचन प्रक्रिया का अंतिम परन्तु सबसे संवेदनशील चरण है। इस हेतु उन्होंने मतगणना कार्य को अत्यंत गंभीरता से लेने की सलाह दी। प्रशिक्षण में कहा गया कि 23 मई को मतगणना कार्य से जुड़े सभी अधिकारी-कर्मचारियों को सुबह 6 बजे से अपना परिचय पत्र के साथ मतगणना स्थल और सुबह 7 बजे तक मतगणना टेबल में उपस्थित होना होगा। मतगणना स्थल में मोबाइल फोन सहित कोई भी इलेक्ट्रानिक गेैजेट, पेन ड्राइव, पेन, तम्बाकू, पान, सिगरेट आदि पर पूर्ण प्रतिबंधित रहेगा। उन्होंने कहा कि लोकसभा निर्वाचन हेतु मतगणना के लिए प्रत्येक विधानसभा के लिए 14-14 टेबल लगाये जाएंगे। प्रत्येक टेबल में एक गणना सुपरवाईजर, एक गणना सहायक तथा एक-एक माइक्रोआब्जर्वर मौजूद रहेंगे। उन्होने कहा कि हर विधानसभा क्षेत्र के पांच-पांच मतदान केन्द्रों के व्हीव्हीपैट की पर्चियों कीे गणना अलग से की जाएगी। इसी तरह प्रेक्षक प्रत्येक राउण्ड मंे किन्ही दो मशीनों का दोबारा मतगणना करा सकेंगे। मतगणना कक्ष में बैठक व्यवस्था अंतर्गत सबसे पहले मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलांे के एजेंट बैठेंगे। उसके बाद अन्य मान्यता प्राप्त दलों के प्रत्याशियों के एजेंट बैठेंगे। बैठक मंे बताया गया कि मतगणना कार्य से जुड़े सभी अधिकारी एवं कर्मचारी मतगणना की गोपनीयता बनाये रखने के लिए वचनबद्ध होंगे। लोकप्रतिनिधित्व अधिनियम की धाराओं की उल्लंघन करने वालों को तीन माह की कारावास तथा जुर्माना हो सकता है। बैठक में उन्होंने डाकमतपत्रों के गणना और ईटीवीएस मतपत्र की स्केनिंग के संबंध में भी विस्तारपूर्वक जानकारी दी। बैठक में उन्हांेने कहा कि मतगणना स्थल पर अभ्यर्थी और उनके एजेंट उपस्थित रह सकेगे। एक मतगणना केन्द्र के लिए नियुक्त एजेंट दूसरे मतगणना केन्द्र नहीं जा सकेंगे। 
 
         प्रशिक्षण में उन्होंने कहा कि मीडिया के प्रतिनिधियों के लिए एक मीडिया संेटर की स्थापना की जाएगी। मीडिया सेंटर में दूरभाष और इंटरनेट की सुविधा के साथ फोटोकापीयर मशीन, टीव्ही आदि की सुविधा उपलब्ध होगी। इसी तरह आव्जर्वर को भी सुविधाएं उपलब्ध कराने की बात ही। प्रशिक्षण में मतगणना की संपूर्ण प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराने की भी बात कही। इसी तरह टेंडर वोट, रेण्डमाईजेशन, सीलिंग, माईक प्रोजेक्टर, जनरेटर, मतगणना के लिए की जा रही तैयारी सहित मतगणना की विभिन्न आयामों एवं सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई।




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