भारतीय संस्कृति ने विश्व कल्याण की कामना

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अहमदाबाद | मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने साफ कहा कि विश्व के लोग आज ऑलराउंड वेलनेस, कंपलीट हैप्पीनेस और इन्क्लुसिव हेल्थ केयर के पीछे दौड़ रहे हैं, लेकिन भारतीय प्राचीन संस्कृति ने हजारों वर्ष पहले ही समूचे विश्व के संपूर्ण कल्याण की कामना योग साधना के आविष्कार से की थी। उन्होंने कहा कि प्राचीन भारत के ऋषि-मनीषियों द्वारा दुनिया को दी गई यह अमूल्य भेंट आज तनाव मुक्ति, मानसिक-शारीरिक व्याधि के निवारण का सरल रामबाण इलाज बनी है। 
मुख्यमंत्री पांचवें विश्व योग दिवस के उपलक्ष्य में शुक्रवार को केवड़िया में नर्मदा मैया के तट पर सरदार साहेब की विश्व की विराटतम प्रतिमा ‘स्टेच्यू ऑफ यूनिटी’ के सान्निध्य में करीब 1000 संत, महंत और धर्मगुरुओं की निश्रा में आयोजित सांध्य योग साधना में उपस्थित थे। शिक्षा मंत्री भूपेन्द्रसिंह चूड़ास्मा भी इस अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ मौजूद थे। रूपाणी ने कहा कि योग का व्यापक अर्थ है जोड़ना। आत्मा को परमात्मा के साथ जोड़ने की शारीरिक-आध्यात्मिक प्रक्रिया अर्थात योग जीव को शिव के साथ जोड़ने की श्रेष्ठ कड़ी है। प्राचीन ग्रंथों- वेद, उपनिषद और श्रीमद् भागवद गीता में योग की, जोड़ने की बात के निहित होने का विशेष रूप से जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सरदार साहेब ने भी देश की एकता-अखंडता के लिए रियासतों को एकता के सूत्र में जोड़ा था। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में एकता के प्रतीक सरदार साहेब की प्रतिमा के समीप समाज की एकता-समरसता के मार्गदर्शक संतों की उपस्थिति में योग साधना उपयुक्त बनी है। स्वस्थ एवं शक्तिशाली समाज के निर्माण के लिए अधिक से अधिक लोग एवं युवाशक्ति को योग से जुड़ने का अनुरोध करते हुए रूपाणी ने विश्वास जताया कि युवाशक्ति को योग के प्रति प्रेरित करने से ही स्वस्थ और सशक्त राष्ट्रनिर्माण और भारतमाता को जगदगुरु बनाने का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संकल्प साकार होगा। 
शिक्षा मंत्री श्री भूपेन्द्रसिंह चूड़ास्मा ने राज्य भर में 50 हजार से अधिक स्थानों पर डेढ़ करोड़ योग प्रेमियों द्वारा सामूहिक योग साधना से स्वस्थ गुजरात की भावना साकार करने पर हर्ष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सरदार साहेब की विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा के निकट संत, महंत और धर्मगुरुओं की निश्रा में योग साधना, कुछ नया करने की गुजरात की पहल का परिचायक प्रधानमंत्री की पेरणा से बना है। चूड़ास्मा ने राज्य में योग के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए मुख्यमंत्री द्वारा प्रतिबद्धता के साथ राज्य योग बोर्ड के गठन का निर्णय करने के लिए बधाई दी। इस अवसर पर सरदार सरोवर नर्मदा निगम के प्रबंध निदेशक और अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. राजीव कुमार गुप्ता, युवक सेवा, सांस्कृतिक मामले आयुक्त जेनु देवन, जगन्नाथ मंदिर के महंत दिलीपदास जी महाराज, बीएपीएस के ब्रह्मविहारी स्वामी सहित विभिन्न धर्म-संप्रदायों के अग्रणी संत-महंत उपस्थित थे। ढलती शाम को सभी ने स्टेच्यू ऑफ यूनिटी के निकट सामूहिक योग साधना-प्राणायाम किया। PLC

 

 




 

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