भाजपा अध्ययक्ष को आई बेघरो की याद

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तुषार अहमद सैफ़ी,,
आई एन वी सी,,
दिल्ली,,
दिल्ली भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री नितिन गडकरी ने आज दिल्ली में पहले ऐसे ‘रैन बसेरे’ का शुभारंभ किया, जिसे सरकारी नहीं, बल्कि निजी भवन में खोला गया था। पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं ‘लोक अभियान’ के अध्यक्ष विजय गोयल जिन्होंने अपने निजी भवन में पहला रैन बसेरा खोला, उन्होंने कहा कि उत्तरी भारत में जो कड़ाके की टठंड पड़ रही है, उससे ठिठुरते लोगों को देखकर ईष्वर ने उन्हें प्रेरणा दी, तो उन्होंने इस रैन बसेरे को खोला। इसमें 200 तक लोगांे के सोने की व्यवस्था है। उन्हें सोने के लिए नई रजाइयां व गद्दे दिए गए हैं। आस-पास के क्षेत्रों में प्रचार किया गया है, ताकि बेघर लोग रात को आश्रय ले सकें। श्री गडकरी ने रैन बसेरे का शुभारंभ करते हुए कहा कि कड़ाके की सर्दी में बेघर लोगों को सड़क पर सोते देखकर उनका मन सिहर गया और उन्होंने सभी संस्थाओं और पार्टी कार्यकर्त्ताओं से कहा है कि जैसे श्री गोयल ने अपने निजी भवन में रैन बसेरा खोल कर हिम्मत दिखाई है, समाज के धनाढय लोगों को भी वैसे ही सामने आना चाहिए, जो खाली पड़े अपने भवनों मंे गरीब लोगों को आसरा दे सकें। उन्होंने सभी संस्थाओं और पार्टी कार्यकर्त्ताओं से अपील की कि वे कड़ाके की इस ठंड में कम्बल, रजाइयां और गर्म कपड़े देकर लोगों की मदद करें। इस अवसर पर नितिन गडकरी ने गरीब लोगों को कम्बल देकर कम्बल बांटने की शुरूआत की। श्री गोयल ने अपील की कि वे सब लोग जिनके भवन इस्तेमाल में नहीं आ रहे और खाली पड़े हैं, उसमें सर्दी के दिनों में रात के समय वे इस तरीके के रैन बसेरे खोल सकते हैं। प्रशासन और पुलिस को चाहिए कि वे इनको पूरी मदद दें ताकि वे अवांछनीय व अपनी सम्पत्ति की सुरक्षा को लेकर भयभीत न हों। श्री गोयल ने कहा कि सरकारी रैन बसेरों का समय-समय पर औचक निरीक्षण होना चाहिए, क्योंकि वहां से समय-समय पर षिकायतें मिलती रहती हैं। चुने हुए प्रतिनिधियों एवं एनजीओ को इन रैन बसेरों से जोड़ा जाना चाहिए। वरिष्ठ नागरिक केसरी क्लब की अध्यक्षा श्रीमती किरण चोपड़ा ने निजी भवन पर रैन बसेरा खोलने के प्रयास की प्रशंसा करते हुए इस कार्य में सहयोग करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि वे हर अच्छे काम में सहयोग देकर सम्मिलित होती हैं। सामने बैठे सैंकड़ों युवाओं से उन्होंने अपील की कि युवक-युवतियों को आगे आना चाहिए, अब उनका समय है कि वे आकर सामाजिक कामों को अपने हाथों में लें। श्री गोयल ने जिस तरीके से यह रैन बसेरा खोला है, उससे प्रेरणा लेकर जिनके पास खाली जगह है, वे इस तरह के रैन बसेरे खोलने के लिए आगे आएं। केवल सरकारी प्रयासों पर निर्भर नहीं रहा जा सकता, हमें समाज के बुजुर्गों का सम्मान करना चाहिए और उनकी भी यथासंभव मदद करनी चाहिए। ‘लोक अभियान’ संस्था के माध्यम से कम्बल, गद्दे, रजाइयां एवं पुराने गर्म कपड़ों को एकत्रित करने का भी अभियान चलाया जा रहा है। लोगों से श्री गोयल ने अपील की है कि वे ‘लोक अभियान’ के कार्यालय 74, बाबर रोड, बंगाली मार्किट पर ये सामान भिजवा सकते हैं।

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