जानिए भगवान शिव की तांडव आरती के बारे में

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भगवान शिव की तांडव आरती के बारे आप सभी सुना होगा ,भगवान शिव को तांडव आरती बहुत पसंद हैं क्योकि भगवान शिव ही जिन्होंने तांडव सर्व प्रथम किया था।

मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में शिव जी का एक बड़ा ही प्रसिद्ध मंदिर है। इसे गेंदेश्वर महादेव मंदिर के नाम से जाना जाता है। इस मंदिर की खास बात यह है कि यहां पर शिव जी की तांडव आरती की जाती है। जी हां, मंदिर के पुजारी अपने एक पैर पर खड़ा होकर तांडव आरती करते हैं। यह आरती लगभग एक घंटे तक चलती है। तांडव आरती को देखने के लिए लोग दूर-दूर से यहां पर आते हैं।

सावन के महीने में गेंदेश्वर महादेव मंदिर का नजारा देखने लायक होता है। इस समय मंदिर में भक्तों की भारी भींड़ लगती है। और भक्तों में तांडव आरती को लेकर विशेष उत्साह पाया जाता है।

गेंदेश्वर महादेव मंदिर इंदौर के परदेशीपुरा में स्थित है। बताया जाता है कि इस मंदिर में तकरीबन पिछले 15 साल से तांडव आरती हो रही है। तांडव आरती के दौरान पुजारी जी 1100 रुद्राक्ष को धारण किए हुए होते हैं।

आरती के समय मंदिर के पुजारी तांडव नृत्य की विभिन्न मुद्राओं का प्रदर्शन करते हैं। पंडित की इन मुद्राओं को देखकर भक्त हैरान रह जाते हैं। साथ ही तांडव आरती देखकर भक्तों में उत्साह भी खूब पैदा होता है। मंदिर आए भक्त इस अनोखी आरती की यादें अपने साथ लेकर जाते हैं।

गेंदेश्वर महादेव मंदिर के गर्भगृह में 12 ज्योतिर्लिंग और चारों धाम की प्रतिमाएं हैं। इस प्रकार से इस मंदिर की महत्ता और भी बढ़ जाती है। मालूम हो कि तांडव आरती को अलग-अलग नामों से भी जाना जाता है। कुछ लोग इसे ओंकार आरती कहकर भी पुकारते हैं। गेंदेश्वर महादेव मंदिर विश्व में अकेला ऐसा मंदिर है जहां पर तांडव आरती की जाती है। तांडव आरती का हिस्सा बनना सौभाग्य माना गया है। कहते हैं कि इससे शिव जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।

भगवान शिव की तांडव आरती करबे से पहले किसी व्यक्ति विशेष से सम्पूर्ण ज्ञान अवश्य प्राप्त कर ले। PLC

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