भोपाल,
राज्यपाल श्री राम नरेश यादव ने स्वतंत्रता संग्राम के महान नायक शहीदे आजम भगत सिंह के शहीद दिवस पर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनका स्मरण किया है।
राज्यपाल श्री यादव ने कहा है कि इंकलाब जिंदाबाद का नारा बुलंद करने वाले शहीद भगत सिंह धर्म, जाति और सम्प्रदाय के नाम पर देश को बाँटने के विरुद्ध थे। वह मानवीय एकता के साथ देश की आजादी के पक्षधर थे।
राज्यपाल श्री यादव ने कहा कि भगत सिंह और उनके क्रांतिकारी साथी सुखदेव और राजगुरू ने फाँसी पर लटकाये जाने से पूर्व उस समय के वायसराय को एक पत्र लिखकर कहा था कि ब्रिटिश सरकार के सर्वोच्च अधिकारी वायसराय द्वारा स्थापित ट्रिब्यूनल ने सरकार के विरुद्ध युद्ध करने का आरोप लगाया है और उन्हें फाँसी की सजा दी है। इसके स्थान पर हमारे साथ युद्ध बंदियों जैसा व्यवहार करते हुए हमें फाँसी देने के बजाय गोली से उड़ा दिया जाये। उल्लेखनीय है कि शहीदे आजम भगत सिंह को 23 मार्च,1931 को लाहौर में फाँसी की सजा दी गई थी।