बजट से पहले सुझावों की भी जरुरत

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5आई एन वी सी न्यूज़

राँची,
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि 2016-17 तक चाईबासा में मेडिकल कॉलेज की शुरुआत करने जा रही है। चाईबासा में तकनीकि विष्वविद्यालय का षिलान्यास महामहिम के द्वारा 10 जनवरी को कराया जाएगा। इसके लिए 80 करोड़ राषि आवंटित है। हर जिले में महिला कॉलेज बनाने का लक्ष्य है। इसी वर्ष सरायकेला में महिला कॉलेज शुरू होगी। कॉलेजों की संचालन की व्यवस्था पी0पी0पी0 मोड में होगी। सरकार का प्रयास है कि प्रत्येक प्रखण्ड में भी पुस्तकालय खुले। सरकार अमिति विष्वविद्यालय भी शुरू करने जा रही है। जमषेदपुर में प्रोफेषनल कॉलेज की भी शुरूवात की जायेगी। बच्चियों के लिए षिक्षक प्रषिक्षण एवं नर्सिंग कॉलेज हर जिले में खोली जाएगी। मेडिकल कॉलेज की नीति बन रही है। वे आज चाईबासा के माधव सभागार में आयोजित कोल्हान प्रमण्डल बजट पूर्व संगोष्ठी में उपस्थित समाज के विभिन्न वर्गों को संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री दास ने कहा कि अतीत की कमियों से सीख लेते हुये सरकार ने बजट पूर्व संगोष्ठी का आयोजन किया है जिसमें समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों के सुझाव एवं विचारों को प्राप्त करते हुये बजट निर्माण की दिषा में कार्य किया जा रहा है । उन्होंने कहा कि पहले योजना बनती थी, इस्टिमेट बनता था, टेक्नीकल स्वीकृति होती थी, फिर टेंडर एवं कार्य शुरूवात होते होते नवम्बर-दिसम्बर आ जाते थे और बजट की पूरी राषि खर्च नहीं हो पाती थी। योजनाएं जमीन तक नहीं पहुंच पाती थी। अब सरकार पैटर्न बदल रही है, बजट बनाने से पूर्व लोगों की राय ली जा रही है। जमषेदपुर, गुमला,संथाल परगना,धनबाद तथा पलामू में भी लोगों के सुझाव विचार आये हैं। सरकार सभी क्षेत्रो के लोगों के पास जाकर उनके विचार से अवगत हो रही है क्योंकि अलग-अलग क्षेत्रों की समस्यायें भी अलग-अलग होती हैं और इसी को ध्यान में रखकर अगामी वर्ष का बजट बनाया जायेगा। कृषि, षिक्षा, उद्योग, चिकित्सा से संबंधित सुझाव के अनुरूप बजट बनेगा। अगामी वर्ष का बजट जनता की राय से ही बनेगा।

मुख्यमंत्री श्री दास ने कहा कि सरकार पहली बार राज्य में अलग से कृषि का बजट पेष करने जा रही है। कर्नाटक के बाद अलग से कृषि बजट पेष करने वाला देष का दूसरा राज्य होगा। 2016 तक कृषि पर भी सिंगल विंडोज सिस्टम लाएंगे। उन्होंने कहा कि जब तक गांव का विकास नहीं होगा तब तक राज्य विकसित नहीं होगा। अगर पूर्व में ही कृषि की ओर ध्यान दिया जाता तो राज्य की तस्वीर अलग होती। तिलका मांझी कृषि योजना का कार्य 15 जनवरी से शुरू करने का प्रयास किया जायेगा। सरकार कृषि, उद्योग एवं आई0टी0 के क्षेत्र में ध्यान दे रही है। एक वर्ष के भीतर हमने नीतियों को कुछ सरलीकरण करने का प्रयास किया। टीम वर्क के तहत काम किया, जिसका परिणाम एक वर्ष के अन्दर बदलता झारखण्ड दिख रहा है। झारखण्ड के एक-एक लोग इमान्दारी से सेवा करे तो 5 वर्ष के अन्दर विकसित राज्य की श्रेणी में राज्य होगा। हर एक गांव को प्रति वर्ष योजनाओं को पूर्ण करने हेतु 60-70 लाख रूपये मिलेगा।

उन्होंने कहा कि 29 दिसंबर को योजना बनाओ अभियान की शुरूआत करने जा रहे हैं। जनवरी के प्रथम सप्ताह से सभी मंत्री भी योजना बनाने के कार्य में लगेंगें। कृषक फसल बीमा योजना की राषि 15 दिनो के अंदर नहीं मिलने पर जन-संवाद केन्द्र के 181 पर बतायें कि पैसा नहीं मिला। मुखिया भी भ्रष्टाचारी होगा तो जेल में रहेगा। 2016 तक हर ग्राम पंचायत का अपना पंचायत भवन होगा तथा 2017 तक हर पंचायत भवन डिजीटल रूप में होगा। 2017 दिसम्बर तक हर गांव में बिजली होगी। पहाड़ो में भी सौर्य उर्जा से बिजली उपलब्ध करायी जाएगी। 2016 तक सारे जाति, आय प्रमाण पत्र के साथ-साथ दाखिल खारिज का काम ऑनलाइन होगा। 15 दिन में जाति प्रमाण पत्र नहीं बनाने पर 181 पर कॉल करें। अधिकारियों को दण्डित किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार फिल्म सिटी के क्षेत्र में भी काम कर रही है फिल्म नीति लागू कर दिया गया है। सरकार क्षेत्रिय भाषा के फिल्मों को भी प्रोत्साहन देगी। इससे राज्य की संस्कृति, साहित्य एवं कलाकारोे को बढ़ावा मिलेगा। सरकार फुड प्रोसेसिंग में निवेष करने वालों को हर तरह से सहयोग करेगी। पर्यटन के क्षेत्र के विकास से राज्य की किसमत बदल सकती है। मालुटी में मंदिरों के जीर्णोद्धार सहित भद्रकली जतरा के विकास का प्रयास किया जा रहा है। मार्च 2016 तक हाईवे पेट्रोलिंग की व्यवस्था होगी। लोगों को अवगमन में किसी प्रकार का भय नहीं होगा। मुख्यमंत्री श्री दास ने कहा कि झारखण्ड के महापुरूषों की जीवनी पाठ्य-पुस्तक में शामिल किया जायेगा। प्रत्येक माइनिंग जिले को साढ़े 12 प्रतिषत राजस्व प्राप्त होगा। प्रत्येक गरीब महिलाओं को दो गांये दी जाएंगी। पषु चिकित्सकों को पशुओं की चिकित्सा जांच का रजिस्टर दर्ज करना होगा, अन्यथा कार्रवाई की जाएगी।

इस अवसर पर सांसद चाईबासा श्री लक्ष्मण गिलुवा, सांसद पूर्वी सिंहभूम श्री विद्युत वरण महतो, विधायक जगन्नाथपुर श्रीमती गीता कोड़ा, पोटका विधायक श्रीमती मेनका सरदार, ग्रामीण विकास प्रधान सचिव श्री एन0एन0 सिन्हा, प्रधान सचिव, श्री अमित खरे, प्रधान सचिव जल संसाधन श्री सुखदेव सिंह,प्रधान सचिव स्वास्थ्य श्री के0 विद्यासागर, प्रधान सचिव उर्जा श्री एस0के0जी0 रहाटे, मुख्यमंत्री के सचिव श्री सुनील वर्णवाल, सचिव उच्च षिक्षा श्री अजय कुमार सिंह, आयुक्त कोल्हान श्री अरुण, उपायुक्त पष्चिमी सिंहभूम श्री अबूबकर सिद्दीख पी0, उपायुक्त पूर्वी सिंहभूम श्री अमिताभ कौषल, उपायुक्त सरायकेला श्री चन्द्रषेखर सहित तीनों जिले के विभिन्न संगठनों सहित प्रबुद्ध महिलाएं एवं पुरूष उपस्थित थे।

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