पुस्तक मानसिक तनाव जल्द करेगी तनाव मुक्त

0
29

tanavआई एन वी सी,
हरियाणा,
आज की भागदौड़ की जिन्दगी में तनाव से मुक्ति हासिल करना न केवल मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए उपयोगी है बल्कि इससे अनेक सामाजिक समस्याओं, हिंसा व अन्य नकारात्मक प्रवृतियों का निदान भी होता है। ये उद्गार हरियाणा के राज्यपाल श्री जगन्नाथ पहाडि़या ने आज यहां राजभवन में कर्नल गुरूसेवक सिंह द्वारा लिखित पुस्तक ‘मानसिक तनाव’ का विमोचन करने के बाद व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि तनाव गुस्से का मूल कारण है और गुस्से में आदमी विवके को भूलकर गलत काम कर बैठता है। अतः इस तनाव को कम करने की राह बताकर यह पुस्तक मानवमात्र के लिए बड़ी उपयोगी साबित होगी। इसे पढ़कर और इसमें बताए उपायों को अपनाकर व्यक्ति स्वस्थ, प्रसन्न एवं सफल जीवन व्यतीत करेगा और दूसरों के जीवन में भी खुशी लाने में सहायक बनेगा। लेखक व इस पुस्तक के प्रकाशन में योगदान करने वाले महानुभावों को मनोबल बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि आज के तनावग्रस्त युग में इस तरह के अनेक प्रयासों की आवश्यकता है। कर्नल गुरू के नाम से विख्यात कर्नल गुरूसेवक सिंह की यह पुस्तक उन्हीं की अंग्रेजी पुस्तक ‘स्ट्रैस मैनेजमैंट’ का हिन्दी रूपान्तर है। हिन्दी में इसका अनुवाद श्रीमती उर्मिल धींगड़ा ने किया है और सम्पादन डा० मेजर वी० पी० नागपाल व श्रीमती स्वर्ण नागपाल ने किया है। पुस्तक में मानसिक तनाव के आधार, कारण व प्रभाव पर विस्तार से चर्चा करते हुए विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत व्यक्तियों के लिए तनाव दूर करने के सहज व सरल उपाय बताए गए हैं। इनमें सेना, पुलिस, शिक्षण संस्थाओं, कारपोरेट जगत के तनाव पर अलग-अलग अध्याय हैं। यही नहीं वैवाहिक जीवन के तनाव के कारणों और उनसे मुक्ति तथा वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी अलग से विश्लेषण किया गया है। इसके अलावा रोजमर्रा की जिन्दगी में तनाव व क्रोध पर नियंत्रण, व्यक्तित्व विकास आदि पर भी गहन विश्लेषण कर उपयोगी सुझाव और उपाय बताए गए हैं। साथ ही इस दिशा में ध्यान के महत्व पर अलग से प्रकाश डाला गया है। पुस्तक के बारे में बात करते हुए लेखक कर्नल गुरूसेवक सिंह ने बताया कि यह पुस्तक समाज के हर वर्ग से सम्बन्धित है और हर किसी के जीवन को छूती है। उन्होंने कहा कि वर्तमान युग में जिसने तनाव पर नियंत्रण कर लिया उसका जीवन सफल हो गया क्योंकि अब तो तनाव बचपन से ही शुरू हो जाता है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here