दिल्ली,,
माननीय वित्त मंत्री श्री पी. चिदम्बरम ने आज श्रीराम सिटी यूनियन फाइनेंस लि. की सोशल आॅडिट रिपोर्ट 2010-12 नई दिल्ली में जारी की। रिपोर्ट कंपनी के पार्टनर्स और सहयोगियों की उपस्थिति में जारी की गई। श्रीरामसिटी की सोशल आॅडिट, इस बात का प्रमाण है कि यह अनबैंक्ड/अंडरबैंक्ड सूक्ष्म और छोटे उद्यमियों को क्वालिटी नाॅन-बैंकिंग फाइनेंशियल सेवाएं प्रदान करने में कार्यरत है। श्रीरामसिटी की सोशल आॅडिट, कंपनी की सोशल स्ट्रेटजी तथा इसके मूल में विद्यमान सामाजिक मूल्यों को दोहराती है।
आॅडिट कंपनी के पच्चीस साल के कार्यकाल की उपलब्धियों पर प्रकाश डालती है जिन पर हो सकता है कि ध्यान नहीं दिया गया हो। श्रीरामसिटी अपने प्रोडेक्ट्स के जरिये करीब 30 लाख ग्राहकों को, जो अधिकतर अनौपचारिक क्षेत्रों में सूक्ष्म और छोटे उद्यम चला रहे हैं, सेवाएं प्रदान करती है। श्रीरामसिटी के करीब 95ः ग्राहकों, प्रतिमाह दस हजार से कम आय वालों में से दो तिहाई, ने एक लाख रुपये से कम का लोन लिया है और उनमेें से बहुसंख्यक ऐसे हैं जिन्होंने अपने जीवन में पहली बार लोन लिया है। आॅडिट इस बात को भी रेखांकित करती है कि दो तिहाई कर्मचारी परिवार की जीविका चलाने का एकमात्र जरिया हैं तथा कंपनी ने कई महिलाओं तथा विक्लांग कर्मचारियों को रोजगार के अवसर प्रदान कर उनका सशक्तिकरण किया तथा एक न्यायोचित कार्यबल तैयार करने के लिए प्रयासरत है। यह समाज के संपूर्ण उत्थान हेतु कंपनी की पूर्ण प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
कंपनी बड़ी संख्या में सामान्य जन को अपनी सेवाएं प्रदान करने का प्रयास कर रही है तथा संपूर्ण भारत में फैली अपनी शाखाओं के जरिये अद्वितीय सेवाएं प्रदान कर रही है। कंपनी ने अपने अंतर्निहित सिंद्धात ‘वंचितों के लिए कार्य करना’ के साथ भारत में सबसे बड़ी लघु उपक्रम फाइनेंस कंपनी होने का गौरव प्राप्त किया है।
श्रीरामसिटी, श्रीराम ग्रुप आॅफ कंपनीज़ का एक पार्ट है। मैनेजमेंट ग्रुप के तहत इसकी कुल संपत्ति करीब रु. 60,000 करोड़ है और यह लगभग चार दशक से कार्यरत है।
श्री जी. एस. सुंदराराजन, श्रीराम सिटी यूनियन फाइनेंस लि. के डाॅयरेक्टर ने कहा, ‘‘हमने श्रीरामसिटी के प्रभाव को प्रमाणित करने के लिए सोशल आॅडिट कराया है, यह देश के आम आदमी के जीवन में परिवर्तन लाने के हमारे निरंतर प्रयासों में काफी हद तक सहायक होगा।’’
श्रीरामसिटी यूनियन फाइनेंस लि. के बारे मेंः
श्रीरामसिटी, भारत की सबसे बड़ी लघु उपक्रम फाइनेंस कंपनी (स्रोतः फ्रोस्ट एंड सुविलियन रिपोर्ट शीर्षक ‘‘एनाॅलिसिस आॅफ एमएसएमई लोन मार्केट्स फाॅर एनबीएफसीएस-जुलाई 2011’’), 1986 में स्थापित की गई थी। कंपनी की व्यापक प्रोडेक्ट्स रेंज है जिनमें टू-व्हीलर, एप्लाइंस तथा अन्य कमर्शियल गुड्स, पूर्व-स्वामित्व और नई व्हीकल्स, पर्सनल लोन, गोल्ड लोन तथा लघु उपक्रम खंड को लोन शामिल हैं और हाल ही में इसने सहायक कंपनी ‘श्रीराम हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड’ के माध्यम से हाउसिंग फाइनेंस में कदम रखा है। श्रीरामसिटी गत 5 वर्षों से 41ः से अधिक के सीएजीआर से विकास कर रही है जबकि इसका वित्तीय वर्ष ’12 में एयूआर रु. 134 बिलियन को स्पर्श कर रहा है।