शुरू की है जिससे महिलाओं और बच्चों को पर्यटन के नकारात्मक पहलुओं से बचाने में मदद मिलेगी । देश में संपोषणीय एवं जवाबदेह पर्यटन के वास्ते सभी पर्यटन सेवा प्रदाताओं के लिए आचार संहिता तैयार करने तथा हमारी संस्कृति, मूल्यों और विरासत की सुरक्षा की दिशा में उठाया गया यह एक कदम है।
श्री सुजीत बानार्जी, पर्यटन सचिव एवं पाटा इंडिया चैप्टर की अध्यक्षता में सेब द चिल्डेन इंडिया, संयुक्त राष्ट्र मादक पदार्थ एवं अपराध रोकथाम कार्यालय, इक्विटेबल इंडिया ऑप्शन तथा नेस्ट इंडिया फांउडेशन की यहां हुई एक बैठक में यह पहल शुरू की गयी । इसे देश की छवि निखारने तथा अतुल्य भारत अभियान को और महत्त्व प्रदान करने के लिए महत्त्वपूर्ण और जरूरी समझा गया । पर्यटन मंत्रालय इस संबंध में राष्ट्रीय महिला आयोग के साथ मिलकर काम करेगा. बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि शीघ्र ही इस संबंध में जन-जागरूकता अभियान चलाया जाएगा और छह महीने के अंदर आचार संहिता तैयार करने के लिए कार्य योजना तैयार की जाएगी ।