पंजाबी रचनाओ को हिंदी ज्ञाताओ के लिए हिंदी में प्रकाशित किया जाये : सुखचैन सिंह भंडारी

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Sukhchain singh Bhandariआई.एन.वी.सी,,
चंडीगढ़,,
हरियाणा सरकार द्वारा संचालित हरियाणा पंजाबी साहित्य अकादमी, पंचकूला के निदेशक सुखचैन सिंह भंडारी ने कहा कि अकादमी द्वारा प्रकाशित पंजाबी मासिक पत्रिका शब्द बूंद जनवरी 2013 के अंक 92 जो कि महिलाओं की कलम को समर्पित है का लोकार्पण हरियाणा के राज्यपाल जगन्नाथ पहाडि़या ने अपने 82 वें जन्म दिवस के अवसर पर राजभवन चण्डीगढ़ में किया। उन्होंने बताया कि उन्होने महिलाओं के प्रति उनकी पंजाबी रचनाओ को एक स्थान पर प्रकाशित करने के लिए शब्द बूंद पत्रिका की सराहना की और उन्होने ये भी चाहा कि इन रचनाओ को हिन्दी मे भी अनुवादित करके अलग से प्रकाशित किया जाए ताकि जो लोग पंजाबी भाषा नही जानते वह पंजाबी रचनाओ को हिन्दी में पढ़ सकें। इस अवसर पर काफी संख्या में लोग भी उपस्थित थे। इस मौके पर भंडारी ने जन्म दिन की बधाई के रुप मे यह चार पंक्तियां भी कविता के रूप मे सुनाईं-

आज रंगीन मोहब्बत का समय छाया है,
देख महामहिम की खुशी , चाँद भी शर्या है।
झूम क्यों न जाए हरियाणा राजभवन की धरती,
उसके आंगन में राज्यपाल का जन्म दिन मनाया है।

अकादमी निदेशक सुखचैन सिंह भंडारी ने यह भी कहा कि अकादमी न केवल यह मासिक पत्रिका निकाल रही है बल्कि हर महीने हरियाणा के किसी न किसी गांव,कस्बे व शहर में कवि दरबार, कहानी दरबार, साहित्यिक वर्कशाप एंवम पंजाबी भाषा व साहित्य के प्रचार -प्रसार के लिए कार्यक्रम आयोजित करती रहती है। यहां तक च्आओ पंजाबी सीखें नाम के कायदे द्वारा पंजाबी न जानने वालों के लिए कायदा मुफत लोगो में बांट रही है ताकि जो पंजाबी भाषा सीखना चाहते हैं वह इस कायदे द्वारा स्वंय पढ़कर सीख सकें, क्योंकि इस कायदे में पहली पंक्ति पंजाबी भाषा में अंकित है और उसके नीचे देवनागरी (हिन्दी ) में लिखा गया है। इस प्रयास से अकादमी को हरियाणा में काफी सफलता प्राप्त हुई है।

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