नासा भेजेगा ऐस्टरॉइड पर स्पेस रोबॉट

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वाशिंगटन । सुपर पॉवर अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा एक ऐस्टरॉइड पर एक स्पेस रोबॉट भेजने की योजना बना रही है। फीस्चे नाम का एयरक्राप्ट ऐस्टरॉइड 16 फीस्चे पर अगस्त 2022 में भेजे जाने का प्लान है। इसके लिए अब एक डिजाइन रिव्यू को भी पास कर दिया गया है। जिस ऐस्टरॉइड पर यह रोबॉट भेजा जा रहा है उसका मूल्य पूरी दुनिया की इकॉनमी से भी ज्यादा होने का दावा किया गया है। ऐस्टरॉइड 16 फीस्चे पर पहुंचने के बाद यह स्पेस रोबॉट वहां लोहे, निकल और सोने की खोज करेगा। ऐसा भी हो सकता है कि यह कोई ग्रह रहा हो जिसकी बाहरी परतें निकल चुकी हैं और अब सिर्फ कोर बची है। जानकारी के मुताबिक इस ऐस्टरॉइड में जितना धातु है वह पूरी दुनिया की इकॉनमी से कई गुना ज्यादा 10, 000 क्वॉड्रिलियन डॉलर (10,000,000,000,000,000,000 डॉलर) की कीमत का हो सकता है।इस एयरक्राफ्ट फीस्चे को एलॉन मुस्क की कंपनी एपेसएक्स के फाल्कन हैवी राकेट से लॉन्च किया जाएगा। यह 2023 में मंगल के पास से गुजरेगा और जनवरी 2026 में ऐस्टरॉइड का चक्कर काटना शुरू करेगा। वहां पहुंचने के बाद यह मैग्नेटिक फील्ड को नापेगा, तस्वीरें लेगा और न्यूट्रॉन्स-गामा रे का अनैलेसिस करेगा। प्रॉजेक्ट मैनेजर हेनरी स्टोन का कहना है ऐसे डीप स्पेस मिशन्स में हमें अपने हार्डवेयर को लेकर गर्व होता है। इंटिग्रेटेड सिस्टम इतना अच्छा है कि व्यापक टेस्ट की जा सकती है। अच्छी स्थिति और मजबूती के साथ जितना चाहे स्ट्रेस टेस्ट कर सकते हैं। वैज्ञानिकों के मुताबिक धरती पर ऐस्टरॉइड मटीरिअल के बाजार में आने से बेशकीमती धातुओं की कीमत अचानक गिर जाएगी। इस तरह की वस्तुओं का खनन, बिक्री करने वाली सभी कंपनियों की वैल्यू गिरने लगेगी और पूरा बाजार बिगड़ जाएगा। यहां तक कि अगर इस ऐस्टरॉइड का एक टुकड़ा भी धरती पर लाया जाता है तो इसे संभालना मुश्किल होगा।’ हालांकि नासा की ऐसी कोई योजना है भी नहीं। उनका कहना है कि हर प्रॉब्लम को ढूंढकर उसे सुलझाने की कोशिश होती है क्योंकि लॉन्च के बाद हार्डवेयर को ठीक नहीं किया जा सकता। इसकी कीमत से यह सवाल उठ सकता है कि इसे धरती पर लाना चाहिए लेकिन अगर ऐसा किया गया तो पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था तबाह हो सकती है। PLC.

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