नन्ही छांव के भले कार्य पर हमला बेहद दुर्भाग्यपूर्ण : डॉ. चीमा

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चंडीगढ़, 
शिरोमणि अकाली दल ने कांग्रेस पार्टी को पंजाब में शिक्षा, स्वास्थय, और अन्य विकास मामलों पर ख्ुाली सार्वजनिक बहस की चुनौती दी है। पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुखी श्री प्रताप सिंह बाजवा द्वारा मानसा में जनसंपर्क प्रौग्राम के दौरान  किए झूठे तथा गुमराहकुन बयान पर कठोर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए शिअद के सचिव और प्रवक्ता डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि श्री बाजवा को यह पता होना चाहिए कि पंजाब के मुख्यमंत्री स. प्रकाश सिंह बादल के संजीदा एंव अथक प्रयासों स्वरूप शिक्षा के बुनियादी क्षेत्र में पंजाब देश भर में 14वें से तीसरे स्थान पर आ गया है। विद्यार्थी अध्यापक अनुपात में सुधार के लिए अकाली-भाजपा गठजोड़ सरकार ने 70000 से अधिक अध्यापक भर्ती किए हैं। और भर्ती अभी भी जारी है। नेशनल यूनीवर्सिटी ऑफ एजूकेशन प्लानिंग एंड एडमिन्सट्रेशन (एन  यू इ पी ए ) की ताज़ा रिपोर्ट में से आंकड़े प्रस्तुत करते हुए डॉ. चीमा ने कहा कि पंजाब कंपोजिट एजूकेशन डिवैल्पमैंट इंडैक्स (इ डी आई) में पहली तीन स्थानों में केरल की जगह लेने में सफल हो गया है। यह अब तीसरे स्थान पर पांडेचरी तथा लक्षद्वीप से पीछे है जोकि क्रमश: प्रथम एवं द्वितीय स्थान पर हैं। उन्होंने प्रदेश कांग्रेस मुखी को यही भी बताया कि यह अध्ययन एन यू इ पी ए द्वारा देश के 35 राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों में किया गया और यह रिपोर्ट देश भर के 637 जिलों के 1.36 मिलीयन स्कूलों से प्राप्त हुए आंकड़ो पर आधारित हैं। डॉ. चीमा ने श्री बाजवा को याद दिलाया कि राज्य में कांग्रेस सरकार के समय एक नीति अपनाई गई थी जिस तहत जो अध्यापक सेवा निवृत हो रहें हैं उनके  पद ही समाप्त किए जा रहे थे। इससे स्कूलों में अध्यापकों की बड़ी कमी का संकट पैदा हुआ तथा कई देहाती स्कूल तो बंद होने के किनारे पहुंच गये थे। उन्होंने कहा कि यही नीति स्वास्थय क्षेत्र के लिए अपनाई गई थी एवं सभी स्वास्थय केंद्र बिना डाक्टरों तथा पैरामैडिकल स्टॉफ के रह गये थे क्योंकि तब भर्ती पर पूर्ण पाबंदी लगा दी गई थी। अकाली दल ने हैरानी प्रकट की कि एक तरफ श्री बाजवा यह मान रहे हैं कि पंजाब में  हाईवे सडक़ चौड़ी हो रही हैं और आर ओ गांवों में लगाए जा रहे हैं पर इसका सेहरा केन्द्र सरकार के सिर बांधना चाहते हैं। डा. चीमा ने श्री बाजवा को कहा कि यह स्पष्ट करें कि सडक़े चौड़ी करने का यह कार्य कांग्रेस सरकार के समय क्यों नहीं हुआ?  उस समय केन्द्र सरकार में केन्द्रीय फंड कहां थे? इस तरह अकाली दल ने श्री बाजवा द्वारा नन्ही छांव संगठन में बठिंडा से सांसद श्रीमती हरसिमरत कौर बादल के खिलाफ टिप्पणी का भी गंभीर नोटिस लिया और कहा कि यह बहुूत ही दुर्भांयपूर्ण   बात है कि कंांग्रेस पार्टी इतनी गिर गई है कि एक भले और पवित्र कारज में लगे मिशन को भी बदनाम करना चाहते हेंै। उन्होंने कहा कि श्रीमती हरसिमरत कौर बादल नन्ही छांव, भ्रूण हत्या की बुराई को खत्म करने के लिए चला रहे हैं पर चुनावों का ध्यान रखते कांग्रेस पार्टी एक सभ्य समाज की परिभाषा भी भूल गई है और इस भले कार्य पर भी हमले कर रही है।  उन्होंने कहा कि इससे कांग्रेस लीडरशिप की मानसिकता का पता चलता है कि वह चुनाव जीतने के इरादे के साथ किसी भी हद तक जा सकती है पर इसके साथ कांग्रेस पार्टी और इसके प्रधान को कोई भी लाभ नहीं मिलने वाला। कांग्रेस पार्टी को नमोशी भर हार का सामना करने के लिए तैयार रहने का न्यौता देते डा.चीमा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने जन संपर्क कार्यक्रम को मिल रहे  मध्यम समर्थन ने स्पष्ट कर दिया कि लोगों ने इसकी गुमराहहीन प्रचार मुहिम रद्द कर दी है।

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