देश को आजाद हुए 66 साल बीत गये, लेकिन आज भी कई क्षेत्र ऐसे हैं, जहां अब तक भी विकास का उजियारा नहीं पहुंचा है : वसुंधरा राजे

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वसुंधरा राजेआई एन वी सी,
जयपुर,
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे ने कहा है कि संभागीय स्तर पर जनसुनवाई और केबिनेट बैठक का कार्यक्रम जनता में विश्वास कायम रखने का अभिनव प्रयोग है कि जनता ने जिस सरकार को चुना है, वह जनता की, जनता के लिए और जनता के द्वारा सरकार है। श्रीमती राजे रविवार को भरतपुर संभाग में आगामी 10 दिनों तक चलने वाले सरकार आपके द्वार कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर बुलाई गई मंत्रियों और अधिकारियों की बैठक में बोल रही थी। यह महत्वपूर्ण बैठक भरतपुर कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई थी। उन्होंने कहा कि सुराज संकल्प यात्रा में मैंने लोगों की पीड़ा को बहुत करीब से देखा, तब ही मैंने निश्चय कर लिया था कि सरकार बनने के बाद मैं लोगों के बीच अपनी सरकार को लेकर जाऊंगी और उनके दु:ख-दर्द हरने का प्रयास करूंगी। उन बुझे हुए चेहरों पर मुस्कान लाने का प्रयत्न करूंगी, जो सरकारी उदासीनता के कारण पिछले कई सालों से उदास हैं।
श्रीमती राजे ने कहा कि राजस्थान के इतिहास में यह पहली सरकार है, जो किसी संभाग में 9 फरवरी से 18 फरवरी यानि इतने लम्बे समय तक जनता के बीच रहेगी और जनता की समस्याओं का समाधान करने में जुटेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश को आजाद हुए 66 साल बीत गये, लेकिन आज भी कई क्षेत्र ऐसे हैं, जहां अब तक भी विकास का उजियारा नहीं पहुंचा है, इसलिए हम उस घर में भी विकास की रोशनी पहुंचाने की कोशिश करेंगे, जहां अब तक पिछड़ेपन का अंधेरा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भरतपुर संभाग का हमने इसलिए चयन किया कि हमारी पिछली सरकार में सभी संभागों पर केबिनेट बैठकें और जनसुनवाई हम कर चुके थे, लेकिन भरतपुर संभाग बाकी रह गया था, क्योंकि भरतपुर संभाग बाद में बना था, जो हमारी सरकार ने ही बनाया था, इसलिए उस वक्त चुनाव के कारण यह संभाग छूट गया था।
श्रीमती राजे ने कहा कि हमारी सरकार इस कार्यक्रम के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में भी जायेगी। उन्होंने कहा कि यह सिलसिला यहीं खत्म नहीं होगा। हम प्रदेश के हर इलाके में पहुंचने का प्रयास करेंगे। भरतपुर संभाग की तरह उनकी सरकार दूसरे संभागों में भी इसी तरह जनसुनवाई और केबिनेट बैठकों का आयोजन करेगी, ताकि जनता की समस्याओं का निश्चित समयावधि में समाधान हो सके।
मुख्यमंत्री ने उनकी पिछली सरकार का उदाहरण देते हुए कहा कि उस समय राष्ट्रीय पर्व पर उनकी सरकार जब संभागीय मुख्यालयों पर केबिनेट बैठकों और जनसुनवाई कार्यक्रमों का आयोजन करती थी तब इसे लेकर लोगों में अपार उत्साह था। संबंधित संभाग के जिला कलेक्टर एवं जिलाधिकारियों में विकास को लेकर प्रतिस्पर्धा रहती थी कि किसके जिले में ज्यादा विकास हो। इसके बेहतर परिणाम भी सामने आये। उस वक्त संभागीय मुख्यालयों पर 4-4 दिन सरकार के रहने से लोगों को भारी राहत मिलती थी, तो अब जब 10-10 दिन सरकार संभाग के सभी जिलों में जायेंगी, तो और भी अच्छे परिणाम सामने आयेंगे।
  इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री राजीव महर्षि ने इन कार्यक्रमों को लेकर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सडक़, बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य पर विशेष रूप से इस कार्यक्रम में ध्यान दिया जायेगा। इसके अलावा इस क्षेत्र के चार विशेष कार्यक्रमों डांग विकास, मेवात, देवनारायण तथा माडा योजना पर भी विशेष फोकस किया जायेगा। भरतपुर, धौलपुर, करौली और सवाई माधोपुर के जिला कलेक्टरों ने सरकार के इस कार्यक्रम को लेकर की गई तैयारियों के बारे में भी अवगत कराया।

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