जीवन की सार्थकता के लिये कबीर के दोहों को समझना जरूरी : शिवराज सिंह चौहान

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आई.एन.वी.सी.,,
भोपाल ,

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मानव जीवन की सार्थकता के लिये कबीरदास जी के बताये मार्ग को अपनाना एवं उनके प्रेरक संदेशों को आत्मसात करना जरूरी है। श्री चौहान आज उज्जैन में सद्गुरु कबीर साहेब प्राकट्य उत्सव महाकुंभ को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में आयोजन समिति के संयोजक पूर्व सांसद श्री थावरचंद गेहलोत, पूर्व सांसद श्री सत्यनारायण जटिया, उत्तराखण्ड के मंत्री श्री खजानदास आदि उपस्थित थे।

श्री शिवराज सिंह चौहान ने कबीरदास जी के दोहों का वर्णन करते हुए कहा कि उनके रचित दोहों को यदि लोग एक बार ही पढ़कर समझ लें तो उनका जीवन सार्थक हो सकता है। उन्होंने बताया कि वे स्वयं भी इन दोहों को पढ़ते हैं और उनके बताये मार्ग पर चलने का प्रयास करते हैं। श्री चौहान ने कहा कि लोग यदि परोपकार व परमार्थ के कार्य करें तो उनका जीवन धन्य हो जायेगा। उन्होंने राजनीतिज्ञों का आव्हान किया कि वे परोपकार के कार्य कर समाज का उत्थान करने के लिये आगे आयें।

श्री चौहान ने बताया कि मध्यप्रदेश सरकार ने 49 लाख मीट्रिक टन गेहूँ खरीदा है और बाहर रखे 18 लाख मीट्रिक टन गेहूँ को तिरपाल से ढंका गया है। यह गेहूँ सड़ न जाये इसलिये उन्होंने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया है कि केन्द्र सरकार वह गेहूँ उठा ले या हमें निर्देश दे कि उसे गरीबों में तीन रुपये प्रति किलो की दर से बाँट दिया जाये।

प्रारंभ में आयोजन समिति के पदाधिकारियों आदि ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। कार्यक्रम को अन्य अतिथियों ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर राज्य निर्धन वर्ग आयोगों के अध्यक्ष श्री बाबूलाल जैन, पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष श्री मोहन यादव, महापौर श्री रामेश्वर अखंड, विधायक सर्वश्री शिवनारायण जागीरदार, रोडमल राठौर, शांतिलाल धबई, रामजीलाल मालवीय, रणजीत सिंह गुणवान, महंत श्री हरिदास साहब, महंत उदयदास जी, महंत असंगदास, महंत पर्वतदास सहित अनेक जन-प्रतिनिधि तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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