आई एन वी सी न्यूज़
रायपुर,
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि जनता के बीच बैठकर खुली चर्चा करने पर ही सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में कमी-बेशी का पता चलता है। उन्होंने कहा कि सरकार की और उसके बजट की अपनी सीमाएं होती है, लेकिन जनता को सबसे पहले क्या चाहिए, इसके लिए प्राथमिकताएं निश्चित रूप से तय होनी चाहिए और यह कार्य जनता के बीच, जनता से संवाद करके ही किया जा सकता है। लोक सुराज अभियान भी इसी मकसद से चलाया जा रहा है। डॉ. सिंह आज दोपहर जिला मुख्यालय कवर्धा में लोक सुराज अभियान के तहत आयोजित विशाल सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा – लोक सुराज अभियान में मुख्यमंत्री और मंत्रियों से लेकर सांसद, विधायक, पंचायतों के पदाधिकारी और मुख्य सचिव से लेकर वरिष्ठ अधिकारी और पटवारी तक सभी इन दिनों गांवों की ओर जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने विगत 12 वर्षों में लगातार ग्राम सुराज और लोक सुराज जैसे अभियानों के जरिये चौपालों में कहीं आम, पीपल, महुआ और बरगद की छांव में आम जनता के साथ बैठकर लोगों की समस्याओं और जरूरतों का आंकलन किया है। तपती हुई धूप और भीषण गर्मी के बावजूद इन चौपालों में जनता के साथ बैठकर उनके सुख-दुःख की बातें हो रही है। यह सिलसिला जारी है। मुख्यमंत्री बाल हृदय सुरक्षा योजना जैसी अनेक नई योजनाओं का जन्म इन अभियानों में हुआ है।
डॉ. रमन सिंह ने इस अवसर पर कबीरधाम (कवर्धा) जिले के विकास के लिए 76 करोड़ रूपए से ज्यादा लागत के 35 विभिन्न निर्माण कार्यों की सौगात दी। डॉ. सिंह ने इनमें से करीब 34 करोड़ 79 लाख रूपए के पूर्ण हो चुके 13 निर्माण कार्यों का लोकार्पण और 41 करोड़ 35 लाख रूपए 22 नये स्वीकृत निर्माण कार्यों का भूमिपूजन और शिलान्यास किया। उन्होंने इनमें से जिला मुख्यालय कवर्धा के शासकीय महाविद्यालय में चार करोड़ 35 लाख रूपए की लागत से बनने वाले आडिटोरियम और चार करोड़ 47 लाख रूपए की लागत से बनने वाले लाइवलीहुड कॉलेज भवन का भूमिपूजन कर उनकी बुनियाद रखी। डॉ. सिंह ने सम्मेलन में आंगनबाड़ी केन्द्रों के बच्चों को मीठा दूध पिलाकर कबीरधाम (कवर्धा) जिले में ‘मुख्यमंत्री अमृत योजना’ का भी शुभारंभ किया। डॉ. सिंह ने हितग्राही मूलक योजनाओं के तहत बड़ी संख्या में लोगों को अनुदान सामग्री और चेक वितरित किए।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद वर्ष 1947 से 2016 तक यानि लगभग 69 वर्षों तक छत्तीसगढ़ में ग्रामीणों को आबादी जमीन का पट्टा नहीं मिल पाया था। इस समस्या को ध्यान में रखकर राज्य सरकार ने 56 लाख से ज्यादा ग्रामीण परिवारों को आबादी भूमि पर निःशुल्क आवासीय पट्टा देने का निर्णय लिया है और इसके लिए भी एक समयबद्ध अभियान चलाया जा रहा है। आबादी जमीन का पट्टा मिलने पर ग्रामीणों और किसानों को अपनी बसाहट में एक नई पहचान मिलेगी। डॉ. सिंह ने कहा कि राज्य के किसानों को अब अपनी जमीन के नक्शे और खसरा तथा बी-वन जैसे अभिलेखों के लिए तहसील कार्यालयों और पटवारियों के चक्कर नहीं लगाने पडेंगे। उन्हें ये अभिलेख पटवारी गांव में चौपाल लगाकर निःशुल्क उपलब्ध कराएंगे। इसके लिए भी निर्देश जारी किए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिले में पिछले मानसून की कम बारिश के कारण सूखे से प्रभावित हुए जिन गांवों का सर्वेक्षण अब तक नहीं हो पाया है, उनका सर्वेक्षण जल्द कराया जाएगा और वहां के किसानों को भी हर संभव राहत पहुंचायी जाएगी। इसके लिए मैने जिला कलेक्टर को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। डॉ. रमन सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की उज्ज्वला योजना के तहत छत्तीसगढ़ में लगभग दो वर्ष में 25 लाख गरीब परिवारों को सिर्फ 200 रूपए का पंजीयन शुल्क लेकर निःशुल्क रसोई गैस कनेक्शन दिए जाएंगे। उन्हें डबल बर्नर गैस चूल्हा और पहला सिलेण्डर भी मुफ्त दिया जाएगा। डॉ. रमन सिंह ने इस अवसर पर कहा कि कबीरधाम (कवर्धा) जिले में अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़े वर्गों के लगभग 20 हजार स्कूली बच्चों को इस बार आठवीं कक्षा की पढ़ाई पूर्ण करके स्कूूल छोड़ने के पहले स्थायी जाति प्रमाण पत्र उपलब्ध करा दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने लोगों को संबोधित करते हुए लोक सुराज अभियान में जनता के भारी उत्साह का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि बस्तर से सरगुजा तक प्रदेश के जिन जिलों में भी मैं गया, वहां के गांव वालों का उत्साह देखकर सरकार के प्रति जनता के भरोसे का पता चला। उन्होंने कवर्धा के लोक सुराज सम्मेलन में भी भारी संख्या में लोगों की उपस्थिति पर सबके के प्रति आभार प्रकट किया। सम्मेलन में लोकसभा सांसद श्री अभिषेक सिंह, संसदीय सचिव और पंडरिया के विधायक श्री मोतीराम चन्द्रवंशी, कवर्धा के विधायक श्री अशोक साहू, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री संतोष पटेल सहित कई जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। मुख्य सचिव श्री विवेक ढांड और शासन-प्रशासन के अन्य कई वरिष्ठ अधिकारी भी कार्यक्रम में मौजूद थे।
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह आज कवर्धा में आयोजित लोक सुराज सम्मेलन में 76 करोड़ रूपए से ज्यादा 33 निर्माण कार्यों की सौगात जनता को दी। उन्होंने इनमें से 41 करोड़ 35 लाख के 22 नये स्वीकृत निर्माण कार्यों का भूमिपूजन और शिलान्यास किया। इनमें लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा कवर्धा विकासखण्ड के ग्राम गुढ़ा, घुघरीखुर्द, घोठिया, डेहरी, गोपालभवना और विकासखंड सहसपुर लोहारा के ग्राम जरहाटोला, जमुनिया,कोसमंदा उड़ियाकला तथा भाट कुण्डेला ग्राम पंचायतों में स्वीकृत जल प्रदाय योजनाएं और कवर्धा में बनने वाले बाल गृह भवन आदि के कार्य भी शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने राजनांदगांव कवर्धा-पोड़ी राज्यमार्ग तथा कर्रानदी पर पुलिया निर्माण कार्य लागत 5 करोड़ एक लाख रूपए, सैहामालगी से कोदवाकला पहुंच मार्ग, कोसमंदा से हीरापुर पहुंच मार्ग, रामपुर से बाजार चारभाठा पहुंच मार्ग, सेमो से लखनपुर पहुंच माग, कवर्धा में शासकीय बाल गृह भवन का भी भूमि पूजन और शिलान्यास किया। उन्होंने 34 करोड़ 79 लाख रूपए के जिन 13 पूर्ण हो चुके निर्माण कार्यों का लोकार्पण किया उनमें जल संसाधन विभाग द्वारा निर्मित चार सिंचाई एनीकट भी शामिल हैं। इनका निर्माण ग्राम प्राणकांपा, राजपुर , कवर्धा और रेंखागार में किया गया है। उन्होंने सिंघनुपर से कुवरअछरिया सड़क, कर्रानाला पर वृहद पुल मगरवाड़ा रोड पर चैतवार नदी पर पुलिया, रोचन पहुच मार्ग, तरेगांव से बोल्दाकला मार्ग पर फोंक नदी में पुलिया, रेहट से कुम्हारी मार्ग पर हाफ नदी में निर्मित पुल का भी कवर्धा के कार्यक्रम में लोकार्पण किया।